ईशिता ने मलेशिया में दिखाया नृत्य का जलवा, जीता गोल्ड मेडल
कोरबा। कहते हैं जब मन में हो कुछ करने की ललक हो तो कोई भी मंजिल मुश्किल नहीं होती। ऐसा ही कुछ कारनामा कर दिखाया है कोरबा की होनहार बाल नृत्यांगना ईशिता कश्यप ने। 4 जनवरी से 8 जनवरी को मलेशिया की राजधानी कुआलालंपुर में आयोजित अंतर्राष्ट्रीय नृत्य संगीत प्रतियोगिता देश राग 2023 का आयोजन किया गया। इंडियन कल्चरल एंड काउंसिल रिलेशनशिप हाई कमिशन मलेशिया और हिंदुस्तान आर्ट एंड म्यूजिक सोसायटी कोलकाता के तत्वावधान में आयोजित इस प्रतियोगिता में देश विदेश के 300 से अधिक कलाकारों ने अपनी कला का प्रदर्शन किया। कथक नृत्य जूनियर वर्ग में कोरबा जिले की ईशिता कश्यप ने भारत का प्रतिनिधित्व करते हुए अपना सर्वश्रेष्ठ प्रस्तुति देते हुए प्रथम पुरस्कार प्राप्त कर देश को गौरावान्वित किया है। साथ ही आयोजक संस्था ने बालिका की प्रतिभा को देखते हुए मंच से ही नेशनल स्कॉलरशिप के साथ आगामी अंतरराष्ट्रीय नृत्य प्रतियोगिता में चयन करने की घोषणा की है।
ईशिता 4 वर्ष की आयु से ही अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त कथक नृत्य गुरु, तालमणि मोरध्वज वैष्ण से शिक्षा ग्रहण कर रही हैं। ईशिता महज 10 वर्ष की उम्र में ही कई राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता में हिस्सा लेकर देश ही नहीं विदेशों में भी अपनी कला का परिचय दे चुकी है। इतनी कम उम्र में ईशिता की उपलब्धियां कला जगत में आकर्षण का केंद्र बनी हुई है। ईशिता ने यह साबित कर दिया है कि कला उम्र की मोहताज नहीं होती। ईशिता की इस उपलब्धि से कोरबा कलेक्टर संजीव झा भी काफी खुश हैं और इन्हें प्रोत्साहित करते हुए कई बार सम्मानित कर चुके हैं। ईशिता केंद्रीय विद्यालय एनटीपीसी क्रमांक 2 में कक्षा 4थी में अध्ययनरत है। विद्यालय की प्राचार्या शारदा राव, संगीत शिक्षक ए देवांगन, कला शिक्षक पूजा उपाध्याय एवं विद्यालय परिवार बालिका की उपलब्धियों से काफी खुश है। ईशिता बड़ी होकर मशहूर नृत्यांगना बनना चाहती है। इशिता के पिता रघुनंदन कश्यप तथा माता अनिता कश्यप बालिका की उपलब्धि का श्रेय इनके गुरु एवं परिजनों को दे रहे हैं।