किसान सभा के प्रशिक्षण शिविर में 60 प्रतिनिधियों ने लिया हिस्सा
कोरबा। अखिल भारतीय किसान सभा से संबद्ध छत्तीसगढ़ किसान सभा का तीन दिवसीय प्रशिक्षण शिविर दीपका में संपन्न हुआ। शिविर में 12 महिलाओं सहित किसान सभा की विभिन्न कमेटियों से जुड़े 60 चयनित प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया। शिविर की अध्यक्षता किसान सभा के कोरबा जिला अध्यक्ष जवाहर सिंह कंवर ने की।
तीन दिन के इस शिविर को विभिन्न सत्रों में अखिल भारतीय किसान सभा के संयुक्त सचिव बादल सरोज, छग किसान सभा के अध्यक्ष संजय पराते तथा जिला सचिव प्रशांत झा ने संबोधित किया। शिविर के सांगठनिक सत्र में कोरबा जिले में किसान सभा संगठन के विस्तार और आंदोलन को मजबूत करने के लिए आवश्यक निर्णय लिए गए और इस दिशा में किसान सभा के नारे हर गांव में किसान सभा, किसान सभा में हर किसान के नारे पर अमल करने पर जोर दिया गया। किसान सभा के अध्ययन शिविर के विषय थे- किसान सभा का इतिहास, मोदी के न्यू इंडिया में नया क्या है?, विस्थापन और भूमि के मुद्दों पर संघर्ष विकसित करने के लिए किसान सभा का दृष्टिकोण, अखिल भारतीय किसान सभा के त्रिशूर (केरल) में आयोजित 35वें महाधिवेशन की राजनैतिक-सांगठनिक रिपोर्टिंग, संयुक्त आंदोलन विकसित करने में किसान सभा की भूमिका और विभिन्न सामाजिक आंदोलनों के प्रति उसका नजरिया। उक्त विषयों पर विस्तार से बात रखते हुए बादल सरोज ने आजादी के आंदोलन में साम्राज्यवाद और सामंतवाद के खिलाफ संघर्ष में किसान सभा की गौरवशाली भूमिका को रेखांकित किया। केरल के पुन्नप्रा-वायलार, बंगाल के तेभागा आंदोलन, महाराष्ट्र के वर्ली में आदिवासियों के आंदोलन, पंजाब के एंटी-बेटरमेंट लेवी आंदोलन और आंध्र के निजाम के खिलाफ तेलंगाना भूमि संघर्ष आदि आंदोलनों के विभिन्न पहलुओं पर विस्तार से प्रकाश डाला।