इस वित्तीय वर्ष मेगा परियोजना गेवरा ने किया दमदार प्रदर्शन
0 पिछले वर्ष के कोयला उत्पादन से निकला आगे
कोरबा। एशिया की सबसे बड़ी कोल माइंस गेवरा परियोजना ने इस वित्तीय वर्ष कोयला उत्पादन में दमदार प्रदर्शन किया है। गत वर्ष किये गये उत्पादन से फरवरी के पहले सप्ताह में ही एरिया आगे निकल गया है। संभावना है कि इस बार गेवरा सर्वाधिक कोयला उत्पादन का कीर्तिमान स्थापित करेगा।
एसईसीएल गेवरा परियोजना ने 52 मिलियन टन सालाना टारगेट को पूरा करने पूरा जोर लगाते हुए खास रिकार्ड कायम किया है। गत वर्ष के उत्पादन से फरवरी माह के चौथे दिन एरिया आगे निकल गया। इससे साफ है कि इस बार गेवरा उत्पादन का नया माइलस्टोन हासिल कर लेगा। एसईसीएल गेवरा एरिया को इस बार सर्वाधिक कोयला उत्पादन का टारगेट मिला हुआ है। शुरुआत से ही एरिया पर सबकी निगाह टिकी हुई थी। भारी भरकम टारगेट को पाने एरिया ने शुरुआत से ही जोर लगाना शुरू कर दिया था। जनवरी अंत तक एरिया ने 52 मिलियन टन लक्ष्य के मुकाबले 40.89 मिलियन टन कोयला उत्पादन कर लिया है। फरवरी माह में गत वर्ष के उत्पादन के रिकॉर्ड को भी एरिया ने तोड़ दिया है। गत वित्तीय वर्ष वर्ष एरिया ने 41.45 मिलियन टन कोयला उत्पादन किया था, जिसके मुकाबले इस बार 4 फरवरी तक एरिया ने 41.62 मिलियन टन उत्पादन कर लिया है। जिले में एसईसीएल की तीन मेगा परियोजना संचालित होती हैं, जिसमें एक गेवरा भी है। इसके अलावा कुसमुंडा और दीपका एरिया भी शामिल है। हालांकि कोयला उत्पादन के मामले में कुसमुंडा और दीपका दोनों ही एरिया पीछे चल रहे हैं। दीपका एरिया को 38 मिलियन टन सलाना कोयला उत्पादन का लक्ष्य मिला हुआ है। उसके मुकाबले जनवरी अंत तक एरिया से 22.07 मिलियन कोयला उत्पादन हो चुका है, जबकि उक्त अवधि तक लगभग 29 मिलियन टन से अधिक कोयला उत्पादन हो जाना था। कुसमुंडा एरिया को 45 मिलियन का टारगेट दिया गया है। इस लक्ष्य के मुकाबले 31 जनवरी तक एरिया ने 30.43 एमटी कोयला उत्पादन किया है। इस लिहाज से लगभग 4 मिलियन लक्ष्य से पीछे है। एसईसीएल गेवरा एरिया ने जहां अब तक उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है, वहीं ओवरआल कंपनी ने भी गत वर्ष के उत्पादन की तुलना में अधिक उत्पादन दर्ज किया है। एसईसीएल ने इस वर्ष अब तक गत वर्ष समान अवधि की तुलना में 20 मिलियन टन से अधिक कोयला उत्पादित किया है। वहीं ओबीआर में यह वृद्धि लगभग 55 मिलियन क्यूबिक मीटर की है। ये नतीजे टीम एसईसीएल के अथक श्रम और निरंतर बेहतर करते रहने की प्रवृति के परिचायक हैं। एसईसीएल की 4 परियोजनाएं कोरबा जिले में संचालित होती हैं। इसके अलावा नौ अन्य परियोजनाएं जिले से बाहर स्थित है। खास बात यह है कि गेवरा एरिया ने जितना उत्पादन अकेले किया है उसके मुकाबले यह सभी 9 एरिया भी नहीं कर सके हैं। जनवरी अंत तक इन सभी एरिया ने लगभग 26 मिलियन कोयला उत्पादन किया है। इसके मुकाबले गेवरा एरिया ने इससे 14 मिलियन अधिक उत्पादन किया है। जिले की दीपका और कुसमुंडा एरिया ने भी उक्त 9 एरिया से अधिक उत्पादन किया है।