November 7, 2024

संचालन के इंतजार में वर्किंग वूमेन हॉस्टल, नहीं हुआ हैंडओवर

0 चार साल बाद भी आवश्यक कमियां नहीं हो पाई दुरुस्त
कोरबा।
जिले के निजी व सरकारी संस्थानों में कार्यरत महिलाओं को शहर में किराए पर हॉस्टल सुविधा मुहैया कराने के लिए सुभाष चौक के निकट फल उद्यान के पीछे जिला खनिज संस्थान न्यास मद से 9.11 करोड़ की लागत से तैयार किया गया वर्किंग वूमेन हॉस्टल भवन का 4 साल बाद भी संचालन शुरू नहीं हो सका। नगर निगम की ओर से महिला एवं बाल विकास विभाग को भवन हैंडओवर किए जाने की बात कही जा रही है, लेकिन अभी भी भवन में आवश्यक कमियां दुरुस्त नहीं हो पाई हैं। इस कारण से संचालन शुरू होने का इंतजार खत्म नहीं हो रहा।
जिले में बढ़ते औद्योगिकीकरण के लिहाज से महानगरीय तर्ज पर कामकामी महिलाओं के लिए आवसीय हॉस्टल की सुविधा महसूस की जा रही थी। इसे देखते हुए तत्कालीन कलेक्टर किरण कौशल के कार्यकाल में जिला खनिज संस्थान न्यास मद से वित्तीय वर्ष 2018-19 में कामकाजी महिला छात्रावास भवन (वर्किंग वूमेन हॉस्टल) निर्माण की स्वीकृति दी गई थी। सुभाष चौक के निकट फल उद्यान के पीछे स्थित भू-भाग में भवन तैयार करने क्रियान्वयन एजेंसी नगर पालिक निगम कोरबा के अनुबंधित फर्म को 9 करोड़ 11 लाख 12 हजार रुपये की प्रशासकीय स्वीकृति दी गई है। हैरान करने वाली बात यह है कि 4 साल बाद भी ऑन रिकार्ड भी यह भवन पूर्ण नहीं हो सका है, जिसका प्रमाण बाहर लगाए गए साइन बोर्ड है। इसमें कार्य पूर्णता दिनांक का कॉलम तारीख का इंतजार कर रहा। नगर निगम से महिला एवं बाल विकास विभाग को भवन हैंडओवर किए जाने की बात कही जा रही है, वहीं महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारियों की मानें तो निरीक्षण के बाद हॉस्टल कैंपस में बचे छोटे-मोटे कामों को भी जल्द पूरा करने के निर्देश के साथ साफ-सफाई कराई जा रही है।
0 महिलाओं के लिए होगा पूर्णत: सुरक्षित
हॉस्टल में शहर में शासकीय या निजी संस्थानों में काम करने वाली एकाकी महिलाओं, विधवाओं, तलाकशुदा महिलाओं, परित्यक्ताओं या विवाह के बाद भी विभिन्न पारिवारिक और रोजगार संबंधी कारणों से पति से दूर रह रहीं महिलाओं को ही रखा जाएगा। हॉस्टल महिलाओं के लिए पूर्णत: सुरक्षित होगा। उन्होंने बताया कि किसी संस्थान में रोजगार के लिए प्रशिक्षण प्राप्त कर रही महिलाओं को भी इस हॉस्टल में किराए पर कमरा मिलेगा। महिलाएं हॉस्टल में अपने साथ अपनी 18 वर्ष तक की बेटी और पांच वर्ष तक के बेटे को भी रख सकेंगी। इस हॉस्टल में कमरा किराए पर प्राप्त करने के लिए कामकाजी महिला की मासिक आय 35 हजार रुपये तक निर्धारित की गई है। हॉस्टल में किराए पर कमरा लेने के लिए लगभग प्रक्रियाएं पूरी कर ली गई है। हॉस्टल संचालन के लिए कलेक्टर के मार्गदर्शन पर गठित समिति ही किराए का निर्धारण करेगी। किराए में बिजली-पानी का भी दर समिति से ही तय होगा।

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