November 25, 2024

मुआवजा देने धोखे से कराया दस्तखत और बेच दी जमीन

0 पीड़ित ने की शिकायत, कार्रवाई की मांग
कोरबा।
संयुक्त खातेदार भू-स्वामियों से टॉवर में अधिग्रहित भूमि का मुआवजा मिलने के नाम पर धोखे से दस्तखत लेकर 60 डिसमिल जमीन की बिक्री कर दी गयी। पीड़ित ने मामले की गृहमंत्री से शिकायत की है।
करतला ब्लॉक अंतर्गत ग्राम पंचायत रामपुर में निवासरत छविलाल केंवट पिता प्रताप सिंह तीसरी तक पढ़ा है। वह दस्तखत करना जानता है, किंतु उसे पढ़ना नहीं आता। उसके साथ सह खातेदार देवप्रसाद, हेमलता और केतकी बाई के संयुक्त स्वामित्व में ग्राम जोगीपाली, पटवारी हल्का नंबर 36 में भूमि खसरा क्रमांक 895 शामिल खसरा क्रमांक (896/3, 904/2) रकबा 0.2430 है। खसरा नंबर 412/3 रकबा 0.0160, 883/1 (शामिल खसरा नंबर 110/1) रकबा 1.538 है। खसरा नंबर 906 रकबा 0.05340 कुल 1.8504 हेक्टेयर (4 एकड़ 57 डिसमिल) भूमि स्थित है। प्रार्थी सहित सहखातेदार काबिज होकर कास्तकारी करते आ रहे हैं। इनके अनपढ़ होने का फायदा उठाते हुए अधिवक्ता प्रेमसिंह केंवट, अकरम सिद्दीकी एवं ओम कोटवार ने इन्हें टावर मुआवजा का चेक मिलेगा कहकर कोरबा एसडीओ कार्यालय ले गए और कुछ कागजातों में दस्तखत, अंगूठा निशानी एवं फोटो लिया। उन्होंने अधिवक्ता प्रेमसिंह केंवट पर भरोसा किया और उसके बताए अनुसार दस्तावेजों पर दस्तखत कर दिया। दस्तखत करने के पश्चात प्रार्थी ने बिजली टॉवर का चेक प्राप्त किया और सभी लोग वापस घर आ गए। कुछ दिनों बाद गांव के ही अकरम सिद्दीकी ने प्रार्थी की बहन केतकी बाई जो कि मानसिक रूप से कमजोर है और गांव में भीख मांगकर अपना जीवनयापन करती है, उसे भी वही टॉवर का चेक मिलेगा कहकर कोरबा ले गया और दस्तखत करवा लिया। कुछ दिनों बाद उन्हें ग्रामवासियों से पता चला कि उनके स्वामित्व की भूमि खसरा क्रमांक 895 रकबा 0.2430 हेक्टेयर (60 डिसमिल भूमि बिक चुकी है और उस जमीन का खरीददार कोई और नहीं बल्कि गांव का ही अमन अग्रवाल नामक व्यक्ति है। उन्हें पता चला कि जिस दिन उन्हें कोरबा लेकर गए थे उसी दिन उनके जमीन का मुख्तियारनामा खास लेकर अधिवक्ता प्रेम सिंह केंवट एवं अकरम सिद्दीकी ने उस जमीन को गांव के ही अमन अग्रवाल के पास बेच दिया है। शिकायत की प्रतिलिपि डीआईजी, कलेक्टर, एसपी, आईजी, एसडीएम, तहसीलदार एवं थाना प्रभारी को भी दी गयी है।

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