कुष्मांडा दाई मंदिर में विधि विधान से की जा रही मां दुर्गा के नव रूपों की पूजा अर्चना
-अभिषेक आदिले
कोरबा (कुसमुंडा)। आदर्श नगर कुसमुंडा में टीपर मार्ग में एक पुराना मंदिर स्थित है। मां दुर्गा के नव रूपों में एक रूप मां कुष्मांडा दाई के नाम से स्थापित मंदिर में चैत्र नवरात्र का पर्व क्षेत्रवासियों की ओर से विधि-विधान से मां दुर्गा के नव रूपों की पूजा अर्चना की जा रही है।
पौराणिक मान्यता के अनुसार नवरात्र के 9 दिन तक देवी दुर्गा की पूजा-आराधना का विधान है। नवरात्र में देवी के मंत्रों का प्रतिदिन जाप करने से मनोरथ सिद्धि प्राप्त होती है। माता दुर्गा (कुष्मांडा दाई) का मंदिर बहुत प्राचीन होने के कारण श्रद्धालु अधिक से अधिक संख्या में आकर प्रतिदिन सुबह-शाम मां की आरती में शामिल हो रहे हैं। प्रतिदिन रात्रि में नवरात्र गायन मंडली की ओर से मां दुर्गा के नव रूपों की नवरात्र गाया जाता है। वहीं कुष्मांडा सेवा समिति द्वारा प्रत्येक दिन भोग प्रसाद का वितरण किया जा रहा है। 9वें दिन मां दुर्गा के रूप में छोटी कन्याओं का श्रृंगार कर भोजन प्रसाद खिलाने का भी परंपरा है। तत्पश्चात विधि विधान से जवारा विसर्जन किया जाता है।
बता दें कि कुसमुंडा में बहुत पुराना मंदिर है जो न जाने कितने वर्षों से स्थापित है। यहां के लोगों से इस मंदिर के संबंध में पूछा जाता है तो कोई सही नहीं बता पता है कि ये मंदिर कब का है। इस मंदिर का नवनिर्माण क्षेत्र के युवा पार्षद शाहिद कुजूर व उनके मित्रों ने कुसमुंडा नगरवासियों की मदद से मिल कर करवाया था। मंदिर का नाम मां कुष्मांडा दाई के नाम पर रखा गया है।