मां मड़वारानी में प्रज्ज्वलित मनोकामना ज्योति कलश किए गए विसर्जित
0 पहाड़ ऊपर से सैकड़ों की संख्या में माताओं ने विसर्जन के लिए उतारा
-सुखदेव कैवर्त
कोरबा (बरपाली)। शारदीय चैत्र नवरात्र पर्व के अंतिम दिवस गोधूलि बेला में सैकड़ों की संख्या में माताओं ने जवारा मनोकामना ज्योति कलश को सिर पर धारणकर हसदेव नदी एवं सोन नदी मे विसर्जन के लिए उतारा। देर रात्रि तक जवारों को विसर्जित किया गया। इसके पूर्व गुरुवार को कोरबा सांसद ज्योत्सना चरण दास महंत, छग राज्य अनुसूचित जाति आयोग के उपाध्यक्ष एवं राज्य मंत्री दर्जा प्राप्त पदमा घनश्याम मनहर, सक्ती विधानसभा के पूर्व विधायक सरोजा मनहरण राठौर, कोरबा जिला कांग्रेस के अध्यक्ष उषा तिवारी, खाद्य आयोग के सदस्य हरीश परसाई, जिला पंचायत सदस्य गोदावरी प्रमोद राठौर के आतिथ्य में कलश विसर्जन का कार्यक्रम संपन्न हुआ। कलश धारी माता एवं बैगा पुजारी सेवकों को साड़ी एवं धोती दिया गया। कलश विसर्जन यात्रा को देखने बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं की भीड़ लगी रही।
इस अवसर पर सांसद ज्योत्सना महंत ने कहा कि यहां मुझे प्रतिवर्ष माताजी के दर्शन का लाभ प्राप्त होते रहता है। उनकी असीम कृपा हमारे परिवार पर है। उनके पति विधानसभा अध्यक्ष इस वर्ष सप्तमी में आकर माताजी से आशीर्वाद प्राप्त किए। आज में अपने पुत्र सूरज महंत के साथ आकर माताजी से आशीर्वाद प्राप्त किया। माताओं को सम्मान करने से आशीर्वाद प्राप्त होता है। वहीं सारंगढ़ के पूर्व विधायक प्रदेश कांग्रेस के पूर्व सचिव एवं वर्तमान छत्तीसगढ़ राज्य अनुसूचित जाति आयोग के उपाध्यक्ष राज्य मंत्री दर्जा प्राप्त पदमा घनश्याम मनहर ने कहा कि मां मड़वारानी पहाड़ ऊपर मुख्य मंदिर आने पर मुझे परम शांति की अनुभूति हो रही है। मां मड़वारानी सेवा समिति झीका महोरा ने मुझे जो सम्मान दिया काफी सराहनीय है। उन्होंने कहा कि मेरा बचपन मां मड़वारानी की गोद एवं तराई क्षेत्र बरपाली में बीता है। मेरी शिक्षा बरपाली एवं सरगबुंदिया गांव में हुई है। मेरी अनक सहेलियां एवं सहपाठी बरपाली में हैं, जिससे मेरा संपर्क रहता है। वहीं मेरे पिता वन विभाग में वनरक्षक थे और उनके अंदर यह मड़वारानी पहाड़ आता था। उन्होंने मां मड़वारानी की सेवा की है। बचपन में हम सहपरिवार नवरात्र पर्व के समय मां मड़वारानी का दर्शन करने बरपाली से चुहरी मार्ग सीढ़ी क्षेत्रों से आते थे। अब यहां बड़ा विकास कार्य हो चुका है। पानी, बिजली, सड़क आ चुकी है। पहले पगडंडी ही एक मार्ग था। यहां आने से बचपन में किए दर्शन की याद ताजा हो गई। उन्होंने कहा कि शासन प्रसाशन को यहां अधिक विकास करना चाहिए, क्योंकि यहां प्रतिवर्ष लाखों की संख्या में श्रद्धालु आते हैं।
पूर्व विधायक सरोजा मनहरण राठौर ने कहा कि मैं और मेरे परिवार के साथ यहां का विकास किस तरह से आगे बढ़े जिसके लिए लगे हुए हैं। इनकी कृपा हमारे ऊपर बनी है। हमेशा मैं और मेरे पति इनकी सेवा में लगे रहते हैं। खाद्य आयोग के सदस्य हरीश परसाई ने कहा कि माता की महिमा अपरंपार है। कलश विसर्जन के पूर्व बैगा परिवार ने विधि विधान से बाना त्रिसूर साट एवं ज्योति कलशो का पूजन अर्चन किया एवं नौ दिन तक शांति पूर्ण रूप से नवरात्र पर्व संपन्न हुआ। इसे सफल बनाने में मड़वारानी सेवा समिति झीका महोरा से संरक्षक मनहरण राठौर, अध्यक्ष कुलदीप कंवर, सचिव रेवा राम चंद्रवंशी, व्यवस्थापक बजरंग राठौर, कोषाध्यक्ष सहस राम कौशिक, सुखदेव कैवर्त, संतोष कंवर, रघुनंदन कंवर, लक्ष्मण कंवर, रामायण कंवर, राम लाल कंवर, लक्ष्मीकांत सोनी, फिरतू बरेठ, बैगा सुरेन्द्र कंवर, महेतर कंवर, लक्ष्मी सोनी, बबलू, राजू बरेठ, शत्रुहन, बलिहार, अशोक कंवर, सिंगल कंवर तथा जनकल्याण समिति से पुजारी रूप सिंह कंवर, सचिव विनोद साहू आदि का सहयोग रहा। गुरुवार को मड़वारानी पहाड़ ऊपर मुख्य स्थल पर अंतिम दिन होने के कारण बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे थे। उरगा पुलिस थाना प्रभारी तेज कुमार यादव के मार्गदर्शन में सुरक्षा व्यवस्था अच्छी थी। अंतिम दिवस कलश विसर्जन में किरण चौरसिया सांसद प्रतिनिधि, प्रमोद कुमार राठौर, सूरज महंत सहित अनेक कांग्रेस कार्यकर्ता एवं ग्रामीण सम्मिलित हुए।