बड़ी संख्या में एसईसीएल और प्रशासन की टीम पंहुची खमरिया, हटाया जा रहा है कब्जा
कोरबा। कुसमुंडा खदान विस्तार के लिए जमीन की जरूरत अब बेहद आवशयक हो चुकी है। ग्रामों के बेहद नजदीक पंहुच चुकी कुसमुंडा खदान में गांवों के पुनर्वास बसावट के लिए जमीनें तलाशी जा रही है। इसे कुसमुंडा प्रबंधन की भारी उदासीनता कहिए की जो कार्य दशकों पूर्व हो जाने चाहिए थे वो आज हो रहे हैं। इसका परिणाम यह हो रहा है कि प्रबंधन को अपनी ही जमीन फिर से हासिल करने में ऐड़ी चोटी का जोर लगाना पड़ रहा है। निश्चित तौर पर पूर्व के प्रबंधन के अधिकारियों की लापरवाही के कारण आज उनके ही द्वारा अधिग्रहित की गई जमीन पर हजारों की संख्या में अवैध निर्माण हो चुके हैं। जिस समय निर्माण हो रहे थे उस वक्त इन निर्माण को हटाने की बजाय प्रबंधन गहरी नींद में सोया हुआ था।
शुक्रवार को कोरबा जिले के कुसमुंडा क्षेत्र अंतर्गत ग्राम खमरिया में बड़ी संख्या में एसईसीएल की टीम पुलिस प्रशासन के साथ यहां पहुंची और खेतों को समतलीकरण करने का काम करने लग गई। इस अवसर पर करीब दर्जन भर भारी वाहन जेसीबी डोजर खेतों का समतलीकरण करने में लगे हुए हैं। मौके की नजाकत को देखते हुए बड़ी संख्या में पुलिस मौके पर पहुंची हुई है, वहीं ग्रामीणों की भीड़ भी नजर आ रही है। फिलहाल खेतों को भी समतल किया जा रहा है। ग्रामीणों का आरोप है कि उन्हें बिना बताए यह किया जा रहा है जिससे उनमें आक्रोश है। पुलिस प्रशासन के साथ कुसमुंडा खदान में आंतरिक सुरक्षा संभाल रही त्रिपुरा स्टेट के जवान भी बड़ी संख्या में मौके पर पहुंचे हुए हैं।