ड्राइवर पर हमला करने वाले आरोपियों को गिरफ्तार करने की मांग
0 छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना ने खोला मोर्चा, कलेक्टर एसपी को सौंपा ज्ञापन
0 एमआईसी सदस्य व पार्षद अमरजीत सिंह को बताया हमले का जिम्मेदार
कोरबा। एसईसीएल कुसमुंडा खदान में नियोजित नीलकंठ ठेका कंपनी के ड्राइवर गिरधारी पर किए गए प्राणघातक हमले के मामले में पुलिस ने पार्षद व एमआईसी सदस्य अमरजीत सिंह सहित मुंशी अशोक व बंशी के खिलाफ एफआईआर दर्ज किया है। उसके खिलाफ कल कांग्रेसियों ने कलेक्टर, एसपी को ज्ञापन सौंपते हुए कार्रवाई को दुर्भावनापूर्ण बताया था। वहीं अब इस मामले में आरोपियों पर कार्रवाई की मांग को लेकर छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना ने मोर्चा खोल दिया है। गुरुवार को उन्होंने कलेक्टर और एसपी के नाम आरोपियों की गिरफ्तारी को लेकर ज्ञापन सौंपा है।
सौंपे गए ज्ञापन में कहा गया है कि नीलकंठ कम्पनी के ट्रक ड्राइवर गिरधारी लाल नामदेव कोयला खदान के अंदर एसईसीएल द्वारा निर्धारित तय जगह पर कोयला गिराने जा रहा था, तभी वहां कोयला एजेंट बंशी और अशोक ने मनचाहे स्थान पर कोयला गिराने को कहा। ड्राइवर गिरधारी ने उन्हें मना कर दिया। तब बंशी और अशोक ने विवाद करते हुए 15-20 अन्य साथियों के साथ मिलकर लोहे की रॉड, पाइप, हाथ-मुक्के, लात समेत लाठी-डंडे से उसे मारने लगे। आरोपी उसे मृत समझ कर छोड़ के भाग गये। ज्ञापन में कहा गया है कि एजेंट बंशी और अशोक कोल ट्रांसपोर्टर व पार्षद अमरजीत सिंह के एजेंट हैं। अमरजीत सिंह के कहने पर कोल ट्रांसपोर्टिंग के अलावा अन्य अपराधिक गतिविधियां करते रहते हैं, जिससे कुसमुंडा खदान में अमरजीत सिंह व उनके लोगों का दबाव सदा आसपास के क्षेत्रों में बना रहे। आरोपी पार्षद अमरजीत सिंह के विरुद्ध वर्ष 2009 से लेकर 2020 तक कुल 9 अपराध दर्ज है। इनमें मारपीट, हत्या का प्रयास, अवैध हथियार रखना, बलवा, शासकीय काम में बाधा डालने जैसे गंभीर अपराध शामिल है। आरोपी बंशी के विरुद्ध कुछ माह पहले कुसमुंडा खदान परिसर में लोडर ऑपरेटर से मारपीट व आतंक फैलाने के मामले में कुसमुंडा थाना की ओर से कार्रवाई किया गया था। ज्ञापन सौंपने वालों का कहना है कि एसईसीएल खदान में सुरक्षा की संपूर्ण जबाबदारी प्रबंधन की होती। इस तरह परिसर में घुसकर जानलेवा हमला करना किसी के संरक्षण के बगैर संभव नहीं है। अगर समय रहते इस पर कठोर कार्रवाई नहीं होती तो निश्चित ही भविष्य में इसका भयानक परिणाम वहां के ड्राइवर व अन्य कर्मचारियों को भुगतना पड़ेगा, जिसके लिए सीधे तौर पर अमरजीत सिंह व उनके गुंडे जिम्मेदार होंगे। उन्होंने मांग की है कि घटना की गंभीरता को देखते हुए आरोपी अमरजीत, बंशी व अशोक को तत्काल गिरफ्तार किया जाए।