वेद वृक्ष है तो भागवत उसका फल : पांडेय
0 दीपका में श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान यज्ञ का आयोजन
कोरबा। वेद वृक्ष है तो भागवत उसका फल, यही वजह है कि जब देवगण शुकदेव महराज के पास श्रीमद् भागवत भागवत कथा रूपी अमृत गंगा की याचना को लेकर पहुंचे। उन्होंने कहा कि महाराज आप यह अमृत कलश स्वीकार कीजिए। श्रीमद् भागवत कथा रूपी अमृत गंगा हम देवताओं को दे दो, तो शुकदेव महराज ने यह कहकर इनकार कर दिया कि आपके पास जो अमृत कलश है उससे इंसान सिर्फ एक जन्म में मृत्यु को जीत अमरत्व को प्राप्त कर सकता है, लेकिन मेरे पास जो श्रीमद् भागवत भागवत कथा रूपी अमृत गंगा है, जो शुक द्वारा चखा गया है, उससे जन्म मरण के चक्र से मुक्त होकर सातों जन्म के लिए मोक्ष की प्राप्ति होती है।
उक्त बातें ग्राम तिलकेजा से पधारे प्रख्यात कथा वक्ता पंडित नूतन कुमार पांडेय ने श्री माता कर्मा मंदिर प्रांगण बुधवारी बाजार दीपका में ग्राम सलिहाभांठा निवासी भागीरथी महतो, शांतिदेवी महतो द्वारा कुल एवं आत्मकल्याण निमित्त आयोजित संगीतमय श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान यज्ञ सप्ताह के प्रथम दिवस आयोजित कथा में षष्ठाध्यायी कथा प्रसंग के दौरान कही। आचार्य पांडेय ने सनद सनातन सनंदन सनतकुमार एवं देवर्षि नारद वार्ता का श्रोताओं को प्रभावपूर्ण तरीके से बखान कर मंत्रमुग्ध कर दिया।