खदान बंद की चेतावनी से एसईसीएल प्रबंधन की उड़ी नींद
0 कुसमुंडा प्रबंधन ने भाजपा नेता ज्योति नंद दुबे एवं भू-विस्थापित ग्रामीणों से की बातचीत
कोरबा (गेवरा)। एसईसीएल प्रबंधन ने भारतीय जनता पार्टी के नेता ज्योति नंद दुबे की ओर से दिए गए भू-विस्थापितों की विकट समस्या नौकरी, मुआवजा, बसाहट एवं विभिन्न मांगों के प्रति गंभीरता दिखाई है। एसईसीएल कुसमुंडा एरिया में जनप्रतिनिधि एवं भू-विस्थापितों के साथ बैठक कर एसईसीएल कुसमुंडा प्रबंधन ने कई मांगों पर त्वरित निराकरण करने की बात कही। वहीं जटिल मांगों के लिए प्रबंधन ने 15 दिन का समय मांगा है।
उल्लेखनीय है कि 15 दिन पूर्व भारतीय जनता पार्टी के नेता एवं खाद्य आयोग के पूर्व अध्यक्ष ज्योति नंद दुबे ने गेवरा दीपका एवं कुसमुंडा तीनों एरिया प्रबंधकों को पत्राचार कर ग्रामीणों एवं भू-विस्थापितों को हो रही समस्याओं से अवगत कराया था। समस्या के समाधान नहीं करने पर जन आंदोलन की चेतावनी दी थी। दुबे ने एसईसीएल प्रबंधन के समक्ष ग्रामीणों का पक्ष रखते हुए प्रबंधन को कड़े शब्दों में चेतावनी देते हुए कहा कि जिन ग्रामीणों ने देश की तरक्की और उन्नति के लिए अपनी जमीन दे दी है, आज इन ग्रामीणों को भी दशकों तक नौकरी का इंतजार करना पड़ रहा है। प्रबंधन इस पर गंभीरता पूर्वक विचार करे। प्रबंधन खदान क्षेत्रों के आश्रित ग्रामों में शिक्षा, चिकित्सा, रोड, नाली, बिजली, पानी आदि की सुविधा तत्काल मुहैया कराए। स्थानीय बेरोजगारों को ठेका कंपनी में नौकरी प्रदान करे। यदि प्रबंधन 15 दिन के अंदर हमारी मांगों को नहीं मानती है तो अपने मांग पत्र के अनुरूप जन आंदोलन कर खदान बंद एवं कोयले की ट्रांसपोर्टिंग को अवरुद्ध किया जाएगा, जिसकी सारी जवाबदारी एसईसीएल प्रबंधन की होगी। बैठक में विनोद यादव मंडल अध्यक्ष भिलाई बाजार, संतोष राठौर पूर्व विधायक प्रतिनिधि, हीरालाल कंवर, उत्तम यादव, विजेंद्र यादव, कन्हैया यादव, उमाशंकर सरपंच बेरी पंचायत, गणेश सिंह कंवर सरपंच बेली पंचायत, अमित यादव युवा मोर्चा उपाध्यक्ष, शंकर यादव, ननकू यादव, सतीश चौबे, राजकुमार, अनिल यादव, जितेंद्र यादव, सोनू यादव, राम चरण, दिव्य दास, उत्तम दास, नंदकुमार सारथी, लाल कलेश्वर सिंह, गुलशन राय, विजय पटेल, प्रकाश भारद्वाज, अभिषेक सिंह, दीपका युवा मोर्चा अध्यक्ष सुजीत सिंह, चंदन राम यादव उप सरपंच पाली एवं समस्त ग्रामवासी उपस्थित रहे।