November 7, 2024

वट सावित्री का व्रत रखकर महिलाओं ने की अमर सुहाग की कामना

कोरबा। नगर सहित पूरे अंचल में शुक्रवार को महिलाओं ने वट सावित्री की व्रत रखा। सुहागिनों ने पूजा-अर्चना कर पति की दीर्घायु की कामना की।

इस वर्ष वट सावित्री व्रत के दिन तो शुभ योग बना रहा। वट सावित्री व्रत के दिन भक्तों पर शनिदेव की विशेष कृपा रहने की बात ज्योतिषाचार्यों ने कही है। वट सावित्री व्रत के दिन शनि अपनी स्वराशि कुंभ में रहा। वहीं चंद्रमा और गुरु भी रहे। इससे शश राज योग का साथ मेष राशि में होने के कारण गजकेसरी योग बना रहा। ऐसे में इस शुभ और अत्यंत संयोग का सकारात्मक फल व्रती महिलाओं पर और राशियों पर पड़ेगा। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार वट यानी बरगद के पेड़ में त्रिदेव अर्थात ब्रह्मा, विष्णु और महेश वास करते हैं। इसलिए इस दिन बरगद के पेड़ की पूजा करने से सभी समस्याएं दूर हो जाती हैं। पूजा करने के शुभ-मुहूर्त ज्येष्ठ मास के कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि के दिन वट सावित्री व्रत रखते हैं। इस वर्ष अमावस्या तिथि 18 मई को रात 9.42 पर शुरू हुई और समापन 19 मई को 9.22 पर हुआ। ऐसे में यह व्रत 19 मई को रखा गया। मंदिरों में जहां वटवृक्ष है, वहां विशेष पूजा-अर्चना हुई। उद्यानों और मोहल्लों में जहां वट वृक्ष है, वहां भी महिलाएं सामूहिक रूप से पूजा की। हरदीबाजार क्षेत्र के आमगांव के रामनगर दर्राखांचा में सुहागिन महिलाओं ने वट सावित्री व्रत रखा। अपने पति की लंबी उम्र एवं घर परिवार में सुख शांति समृद्धि बनी रहे, इसके लिए बरगद वृक्ष की पूजा की। इस देव वृक्ष पर कच्चा सूत लपेटते हुए 108 बार परिक्रमा कर अपने पति की दीर्घायु की कामना की।

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