November 7, 2024

पत्नी ने जेवर बेचकर पति की हत्या करने दी थी सुपारी

0 एसईसीएल कर्मी की हत्या की गुत्थी 24 घंटे के भीतर पुलिस ने सुलझायी
0 हत्या में प्रत्युक्त टांगी, कपड़े, जूते व मोटरसाइकिल जब्त
0 पत्नी सहित सुपारी किलर चढ़ा पुलिस के हत्थे

कोरबा।
एसईसीएल दीपका कॉलोनी में हुए कर्मी की हत्या के मामले को पुलिस ने 24 घंटे के भीतर सुलझा लिया है। उसकी हत्या पत्नी ने ही सुपारी देकर कराई थी। जेवर बेचकर पत्नी ने हत्या करने युवक को 50 हजार रुपये एडवांस भी दिया था। पुलिस ने मामले को सुलझाते हुए पत्नी और सुपारी किलर को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने हत्या में प्रयुक्त टांगी, आरोपी के खून से लथपथ कपड़े, जूते व मोटरसाइकिल जब्त कर लिया है।
एसईसीएल दीपका ऊर्जानगर कॉलोनी के आवास क्रमांक एमक्यू-7 में निवासरत एसईसीएल कर्मी जगजीवन राम रात्रे की हत्या 24 मई की दरमियानी रात की गई थी। हत्या की वारदात को कृष्णा नगर दीपका निवासी तुषार सोनी उर्फ गोपी पिता दयाराम सोनी (21) ने अंजाम दिया था। मृतक की पत्नी धनेश्वरी रात्रे ने पति की हत्या की सुपारी उसे दी थी। मामले में दीपका पुलिस ने धारा 302 भादवि के तहत अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना शुरू की। घटना की जानकारी होते ही पुलिस अधीक्षक यू उदय किरण ने मामले को गंभीरता से लेते हुए तत्काल अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अभिषेक वर्मा, नगर पुलिस अधीक्षक दर्री रॉबिनसन गुड़िया, प्रशिक्षु आईपीएस रोहित शाह के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी दीपका अविनाश सिंह एवं साइबर सेल कोरबा प्रभारी निरीक्षक सनत सोनवानी के नेतृत्व में टीम गठित कर तत्काल घटना स्थल उर्जानगर दीपका कालोनी भेजा। पुलिस टीम ने मौके पर सायबर सेल फोरेंसिक एक्सपर्ट बिलासपुर, डॉग स्क्वायड टीम के साथ घटना स्थल का निरीक्षण किया। मृतक जगजीवन राम की पत्नी धनेश्वरी रात्रे से पूछताछ की गई। वह बार बार बयान बदलकर पुलिस को गुमराह करने की कोशिश करने लगी। पुलिस की कड़ाई से पूछताछ पर धनेश्वरी टूट गई। उसने बताया कि उसकी शादी 24 मई 2013 को जगजीवन राम रात्रे के साथ हुई थी। शादी के बाद से वह हमेशा शराब पीकर मारपीट कर बेइज्जती करता था, जिससे परेशान होकर अपने पति जगजीवन की हत्या करने के लिए अपने परिचित के तुषार सोनी उर्फ गोपी से संपर्क कर उसे पैसे की लालच देकर अपने पति जगजीवन की हत्या करने के लिये राजी कर लिया। मार्च 2023 में जेवर बेचकर अपने पति की हत्या करने के लिये तुषार सोनी को सुपारी की रकम 50000 रुपये एडवांस में दी थी। आरोपी तुषार सोनी उर्फ गोपी इस दौरान गिरफ्तारी वारंट में जेल चला गया था। तुषार के जेल से छूटने के पश्चात धनेश्वरी फिर तुषार को अपने पति की हत्या करने के लिये बार-बार फोन करने लगी। तब घटना दिनांक को रात्रि करीबन 12 बजे के मध्य तुषार अपने एवेंजर मोटरसाइकिल में टंगिया को बांधकर पहुंचा और जगजीवन के मकान का दरवाजा खटखटाया। जगजीवन ने दरवाजा खोला। तब आरोपी तुषार उसे तुम्हारी पत्नी के बारे में कुछ बताना है कहकर बोला और उससे ठंडा पानी मांगा। जगजीवन बोतल में पानी लेकर आया तो तुषार ने टंगिया से हमला कर जगजीवन को मार डाला। हत्या करते समय जगजीवन की पत्नी धनेश्वरी उसे देख रही थी। हत्या करने के बाद धनेश्वरी अपने मोबाईल फोन को तोड़कर फेंकने के लिये तुषार को दी। हत्या की शेष रकम एक सोने का हार और 6000 रुपये नकद फिर से तुषार को दिया। आरोपी धनेश्वरी बाई रात्रे एवं तुषार सोनी उर्फ गोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है। दोनों को न्यायिक रिमांड पर न्यायालय में प्रस्तुत किया गया है। उपरोक्त कार्रवाई में दीपका थाना प्रभारी निरीक्षक अविनाश सिंह, साइबर सेल प्रभारी सनत सोनवानी, सहायक उपनिरीक्षक परमेश्वर सिंह, जितेश सिंह, धनजंय नेटी, आरक्षक जगजीवन कंवर, शेख सहबान, अशोक कोर्राम, इन्द्रदेव कंवर, सैनिक निर्मल सिदार, सायबर सेल से प्रधान आरक्षक राम पांडेय, गुनाराम सिन्हा, राजेश कंवर, चक्रधर सिंह राठौर, आरक्षक डेमन ओगरे, प्रशांत सिंह, विरकेश्वर, रवि चौबे की सराहनीय भूमिका रही।

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