भूमि के फर्जी तबादला को निरस्त कर कब्जा मुक्त करने की मांग
0 भूमि पर कब्जा होने से ग्रामीणों को हो रही भारी परेशानी
कोरबा। कनकी में बड़े झाड़ के जंगल व घास भूमि के फर्जी तबादला को निरस्त कर उसे कब्जा मुक्त करने की मांग ग्रामीणों ने की है। भूमि पर कब्जा किए जाने से ग्रामीणों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। ग्राम कनकी के ग्रामीण इसकी शिकायत लेकर कलेक्टर जन चौपाल में पहुंचे थे। ग्रामीणों ने शिकायत की है कि नूतन राजवाड़े व उसके परिवार के द्वारा बल पूर्वक दादागिरी करते हुए शासकीय भूमि को अपना बताकर फर्जी तरीके से खसरा नं.1344/5,1345/3, 1608/4 कुल रकबा 10.06 एकड़ भूमि को तबादला में लेना बताया जाता है। जो राजस्व रिकार्ड में बड़े झाड़ के जंगल घास , चारागाह , कब्रिस्तान ,श्मशान, गौठान व अन्य मद के लिए सुरक्षित है। कब्जा कर लिए जाने से ग्रामीणों को परेशानी हो रही है। उसका कहना है कि अमरैय्या पारा से मंदिर स्कूल नदी जाने का रास्ता बंद हो गया है। शौचालय जाने मवेशी चराने के लिए जगह का अभाव है। मंदिर मोहल्ला से स्कूली बच्चों का रस्ता बंद है। मुस्लिम समाज के लोगों को कब्रिस्तान तक शव ले जाने के लिए व अगरबत्ती लोभान जलाने के लिए परेशानी हो रही है। महंत समाज के लोगों को श्मशान घाट जाने के लिए समस्या उत्पन्न हो गई है। छेरका डुग्गू धनुवार मोहल्ला बस्ती अमरैय्यापारा हास्पीटल मंदिर व दुकान जाने का रस्ता बंद हो गया है। हाई स्कूल आदिवासी छात्रावास , आश्रम के बच्चों को आने जाने व खेलने के लिए मैदान नहीं मिल पा रहा है। कनकी में महाशिव रात्रि सावन माह में दूर दूर से श्रद्धालू पहुंचते है। जिनके वाहन के पार्किंग की समस्या भी निर्मित हो गई है। ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि महंत समाज के 25 मठों को उखाड़ कर फेंक दिया गया है। उन्होंने कलेक्टर से मांग की है कि कब्जा को निरस्त करते हुए दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाए। ज्ञापन सौंपने वालों में जनपद सदस्य क्षेत्र क्र. 16 के अलावा प्रहलाद, अश्वनी राहुल, गणेश राम, त्रियुगी राजवाड़े, चंदाबाई, राजराम राजवाड़े सहित अन्य शामिल थे।