दूसरे के हिंदी मुद्रलेखन प्रमाण पत्र पर डीईओ कार्यालय में नौकरी करने वाले बाबू को किया जाए बर्खास्त
0 भाजपा नेता राजेश यादव ने की मुख्यमंत्री से एफआईआर दर्ज कराने की मांग
कोरबा। भारतीय जनता युवा मोर्चा के पूर्व प्रदेश मंत्री व प्रदेश कार्यक्रम योजना प्रभारी राजेश यादव ने जिला शिक्षा कार्यालय में फर्जी प्रमाण पत्र प्रस्तुत कर नौकरी कर रहे यशपाल सिंह राठौर पर एफआईआर दर्ज कर सेवा से बर्खास्त करने की मांग मुख्यमंत्री से की है।
मुख्यमंत्री को प्रेषित पत्र में यादव ने कहा है कि जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय कोरबा में पदस्थ यशपाल सिंह राठौर ने हिंदी मुद्रलेखन परीक्षा उत्तीर्ण प्रमाण पत्र की जो छायाप्रति प्रस्तुत किया है, उसमें नाम यशपाल सिंह राठौर दर्ज है जो कि फर्जी है। ओरिजनल प्रमाण पत्र आज तक प्रस्तुत नहीं किया गया है। इस प्रकरण की शिकायत वर्तमान में संयुक्त संचालक शिक्षा संभाग बिलासपुर को किए जाने पर संयुक्त संचालक बिलासपुर ने लीपापोती कर उसे नस्तीबद्ध कर दिया। यशपाल सिंह राठौर लेखापाल के प्रस्तुत हिंदी मुद्रलेखन छायाप्रति प्रमाण पत्र में सरल क्रमांक 240 परिक्षार्थी क्रमांक 1162 दिनांक 17.08.1997 अंकित है। यह प्रमाणपत्र मध्यप्रदेश शासन स्कूल शिक्षा विभाग शीघ्रलेखन तथा मुद्रलेखन परीक्षा परिषद मध्यप्रदेश से जारी है। जारी प्रमाण पत्र के संबंध में सूचना के अधिकार के तहत् जानकारी प्राप्त हुई है कि सरल कमांक 240 परीक्षार्थी क्रमांक 1162 दिनांक 17.06.1997 में श्री प्रताप सिंह राज को प्रमाण पत्र जारी किया गया है तथा 1997-98 के परीक्षा परिणाम सूची में प्रताप सिंह राज है। इस प्रकार यशपाल सिंह राठौर ने फर्जी प्रमाण पत्र पेश कर नौकरी कर रहे हैं। इस मामले में वर्तमान जिला शिक्षा अधिकारी कोरबा तथा संयुक्त संचालक शिक्षा संभाग बिलासपुर की ओर से आज पर्यंत तक कार्रवाई नहीं की जा रही है। यशपाल सिंह राठौर पर डाइट कोरबा में रहते हुए वित्तीय अनियमियता के कारण न्यायालय कोरबा में मामला चल रहा है। फर्जीवाड़ा कर नौकरी करने वाले को जिला शिक्षा कार्यालय की ओर से इतना महत्व देना समझ से परे है। भाजपा नेता ने मांग की है कि फर्जी तरीके से नौकरी हथियाने वाले को पद से हटाकर थाने में मामला दर्ज किया जाए। साथ ही अब तक जो राशि नौकरी से प्राप्त हुआ है उसका रिकवरी किया जाए। भाजपा नेता ने पत्र की प्रतिलिपि शिक्षा मंत्री, शिक्षा सचिव, लोक शिक्षा संचालनालय रायपुर इंद्रावती भवन, जिला कलेक्टर कोरबा सहित जिला शिक्षा कार्यालय कोरबा को प्रेषित किया है।