प्राथमिक व माध्यमिक शाला प्रांगण और नाली साफ-सफाई, वृक्षारोपण, रास्ता सुधार कार्य के नाम पर मूलभूत मद से 1.79 लाख डकारे
0 तालाब और मेढ़ की मिट्टी साफ-सफाई, पचरी, नाली निर्माण के कार्य कागजों में कराकर साढ़े तीन लाख से अधिक की राशि दबाने वाले बसीबार सरपंच-सचिव का एक और कारनामा
कोरबा (पाली)। ग्रामीण जनता की नजरों में न दिखने वाले तालाब और मेढ़ की मिट्टी साफ-सफाई, पचरी, नाली निर्माण के कार्य कागजों में कराकर मूलभूत और 15वें वित्त आयोग मद से 3 लाख 63 हजार 4 सौ 50 रुपये आहरण करने वाले बसीबार सरपंच कृपाल सिंह एवं सचिव की मिलीभगत से गड़बड़ी का एक और मामला सामने आया है। प्राथमिक एवं माध्यमिक शाला प्रांगण और नाली की साफ-सफाई, वृक्षारोपण व रास्ता सुधार कार्य के नाम पर मूलभूत मद से 1 लाख 79 हजार की राशि निकालकर डकार गए।
ज्ञात हो कि पाली जनपद अंतर्गत ग्राम पंचायत बसीबार में वर्षों पुराना निर्मित पनपिया (बड़े) तालाब जिसके साफ-सफाई, कच्चा नाली, मेढ़ नीचे मिट्टी सफाई, पचरी निर्माण, के नाम पर यहां के सरपंच कृपाल सिंह ने सचिव के साथ मिलकर बिना कार्य के 3 लाख 63 हजार 4 सौ 50 रुपये निकाल आपस मे बंदरबांट कर लिए। उक्त तालाब में पचरी निर्माण के नाम पर वाउचर तिथि 14 अप्रैल 2021 में 10 ट्रिप रेत धुलाई की राशि 20 हजार एवं गिट्टी, सीमेंट, सरिया खरीदी पर 70 हजार व वाउचर तिथि 22 जून 2021 में मजदूरी राशि 8 हजार 5 सौ आहरण की गई है। इसी तरह 11 जनवरी 2022 की वाउचर तिथि में 80 हजार तथा 22 मार्च 2022 में 13 हजार 8 सौ 96 और 15 हजार 54 रुपये की राशि तालाब निर्माण की मजदूरी भुगतान के रूप में निकाली गई है। वहीं पनपिया तालाब के नीचे नाली निर्माण एवं इसके सामग्री के नाम पर वाउचर रिचार्ज तिथि 27 अक्टूबर 2021 को 90 हजार और 22 दिसंबर 2021 को 26 हजार की राशि मूलभूत व 15वें वित्त मद से आहरित कर ली गई, जबकि धरातल पर काम एक ढेला का भी नहीं कराया गया और सारे काम कागजों में ही दिखाया गया। यह मामला सुखिर्यों में आने के बाद सरपंच- सचिव की मिलीभगत और बंदरबांट का एक और कारनामें का खुलासा हुआ है। इसमें प्राप्त दस्तावेज के अनुसार मूलभूत मद से प्राथमिक एवं माध्यमिक शाला प्रांगण और नाली साफ-सफाई पर रिचार्ज वाउचर तिथि 2 जून 2020 की स्थिति में 25 हजार, वृक्षारोपण कार्य पंचायत भवन व तालाब मेढ़, रोड किनारे हेतु मजदूरी भुगतान के नाम पर वाउचर तिथि 5 अगस्त 2020 को 25 हजार और रास्ता सुधार कार्य के लिए वाउचर तिथि 3 मार्च 2022 को 1 लाख 29 हजार की राशि निकाली गई है। इसके विपरीत प्राथमिक और माध्यमिक शाला भवन प्रांगण का तात्कालिन सरपंच के कार्यकाल में कांक्रीटीकरण हो चुका है, वहीं पूरे पंचायत में नाली देखने को नहीं मिले और तो और वृक्षारोपण के नाम पर एक ठूंठ भी नहीं मिले तथा ग्रामीणों के अनुसार रास्ता सुधार का काम तो कहीं हुआ ही नहीं। इसे लेकर ग्रामीणों का कहना है कि सरपंच कृपाल सिंह के निर्वाचन पश्चात आज पर्यंत तक के कार्यकाल में ऐसा कोई भी काम देखने को नहीं मिला है। सरपंच-सचिव मनमानी पूर्वक पंचायत का संचालन कर रहे हैं। ग्राम सभा मे भी आय-व्यय की स्पष्ट जानकारी नहीं दी जाती और ग्राम विकास तथा बुनियादी सुविधाओं के लिए शासन से जारी जनता के पैसे का जमकर दुरुपयोग करते आ रहे हैं। इसकी जांच एवं कार्रवाई अति आवश्यक है। सरपंच-सचिव ने मिलकर और भी भ्रष्टाचार को अंजाम दिए हैं, जिसका भी खुलासा किया जाएगा।