एसईसीएल के साथ सकारात्मक चर्चा के बाद गेवरा कार्यालय घेराव आंदोलन स्थगित
0 15 दिन में समस्याओं का निराकरण नहीं होने पर उग्र आंदोलन
कोरबा। छत्तीसगढ़ किसान सभा ने भू-विस्थापित किसानों के पुराने रोजगार प्रकरण का निराकरण, मुआवजा, जमीन वापसी, बसाहट गांव में काबिज भू-विस्थापितों को पट्टा देने, बसाहट गांव में मूलभुत सुविधाओं एवं अन्य मांगों को लेकर 17 अगस्त को गेवरा कार्यालय के घेराव की घोषणा की थी। घेराव आंदोलन से पहले ही गेवरा प्रबंधन ने किसान सभा और प्रभावितों को चर्चा के लिए बुलाया। बैठक में एसईसीएल की ओर से स्टाफ ऑफिसर नरसिम्हा राव, एपीएम परेडा एवं अन्य अधिकारी और किसान सभा प्रतिनिधिमंडल की ओर से प्रशांत झा, दीपक साहू, दामोदर, जय कौशिक, बसंत चौहान, सुभद्रा कंवर, शिवदयाल उपस्थित थे।
गेवरा के कॉन्फ्रेंस हाल में 2 घंटे तक रोजगार, मुआवजा एवं अन्य समस्या को लेकर चर्चा हुई बैठक में एसईसीएल प्रबंधन ने मांगों को गंभीरता से लेते हुए रोजगार के पुराने प्रकरण में अर्जन के बाद जन्म एवं सभी फाइल की जांच उपरांत तैयार सूची बिलासपुर मुख्यालय भेजने की जानकारी दी और अन्य मांगों का समाधान जल्द करने का आश्वासन दिया। सकारात्मक वार्ता के बाद किसान सभा के प्रतिनिधिमंडल ने 17 अगस्त को गेवरा कार्यालय घेराव आंदोलन को स्थगित करने की घोषणा के साथ ही कहा कि 15 दिनों के अंदर समस्याओं का समाधान होता नहीं दिखेगा तो पुन: गेवरा कार्यालय का घेराव करने के लिए मजबूर होंगे। किसान सभा ने आरोप लगाया कि अंधाधुंध खनन और मुनाफे के लालच में भू-विस्थापितों के रोजगार एवं आम जनता के जीवन से खिलवाड़ किया जा रहा है। किसान सभा ने पुराने रोजगार प्रकरणों का निराकरण, बसावट, जमीन वापसी, पट्टा सहित अन्य मूलभुत सुविधाओं की मांग की है। किसान सभा ने राज्य सरकार और कोरबा जिला प्रशासन से भी इन मांगों पर सकारात्मक कार्रवाई करने की अपेक्षा की है।