जवाली में मिला अति दुर्लभ वन्य प्राणी पैंगोलिन
0 वन विभाग ने सुरक्षित छोड़ जंगल में
कोरबा (बांकीमोंगरा)। कटघोरा वनमंडल अंतर्गत जवाली बस्ती में अति दुर्लभ वन्य प्राणी पैंगोलिन पाया गया है। पैंगोलिन यहां कहां से आया इस बात की जानकारी नहीं मिल सकी है। लोगों ने जानवर को पकड़कर पिंजरे में कैद कर लिया, फिर वन विभाग को सूचना दी। मौके पर पहुंचे वन अमले ने पैंगोलिन को अपने कब्जे में लिया, फिर सुरक्षित जंगल में छोड़ दिया।
कोरबा जिला जैव विविधताओं वाला क्षेत्र है। यहां के जंगलों में कई तरह के दुर्लभ वन्य प्राणी मौजूद हैं, जो समय-समय पर रिहायशी इलाकों में पहुंच जाते हैं। ऐसा ही कुछ कटघोरा विकासखंड के ग्राम जवाली क्षेत्र में हुआ, जहां दुर्लभ वन्य प्राणी पैंगोलिन पहुंच गया। अंबेडकर मोहल्ला की गली में रात 9 से 10 बजे के बीच इसे देखा गया। मोहल्ले के युवक लाला ने बताया कि वह रात 9 बजे के करीब खाना खाकर अपने घर से बाहर टहलने के लिए निकला था, तभी घर से लगे दुकान की शटर से आवाज आने लगी। घर से टॉर्च लेकर पहुंचे तो देखा कि वह दुर्लभ प्रजाति का पैंगोलिन है। आसपास के लोग पैंगोलिन को देखते ही आश्चर्य चकित हो गए। इसके बाद लोगों ने उसे पिंजरे में कैद कर लिया और वन विभाग को सूचना दी। मौके पर पहुंची वन विभाग की टीम ने पैंगोलिन को अपने कब्जे में लिया फिर जंगल में छोड़ दिया। ग्रामीणों ने बताया कि पुराने समय में इसे खपरी के नाम से भी जाना जाता था। सांप और छिपकली की तरह दिखने वाला ये जीव स्तनधारी जीवों की श्रेणी में आता है। गौरतलब है कि पैंगोलिन अति दुर्लभ वन्य प्राणी है, जिसके तस्करी के मामले हमेशा सामने आते रहते हैं। नेपाल और चीन में इसकी काफी मांग है, जिसके खालों से दवाइयां बनाई जाती है।