November 8, 2024

पतंजलि चिकित्सालय में स्वर्ण बिंदु प्राशन संस्कार रविवार को

कोरबा। अजा एकादशी के पावन पर्व पर अति शुभ रवि पुष्य नक्षत्र में डॉ. नागेंद्र नारायण शर्मा द्वारा बच्चों में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए बच्चे रहे स्वस्थ योजनांतर्गत पतंजलि चिकित्सालय निहारिका में 10 सितंबर रविवार को सुबह 10 बजे से अति शुभ रवि पुष्य नक्षत्र में आयुर्वेदिक इम्यूनाईजेसन प्रोग्राम के तहत 0 से 18 वर्ष तक के बच्चों को स्वर्ण बिंदु प्राशन ड्रॉप्स पिलाकर आयुर्वेद पद्धति से टीकाकरण किया जाएगा।
स्वर्ण प्राशन के बारे में बताते हुए संस्थान के चिकित्सक वैद्य डॉ. नागेन्द्र नारायण शर्मा ने बताया कि हमारे शास्त्रों के अनुसार हमारे जन्म से लेकर मृत्यु तक कई संस्कार हैं। उसी में आयुर्वेद शास्त्र के अनुसार स्वर्ण प्राशन संस्कार एक ऐसी विधा है, जो बच्चों के शारीरिक एवं मानसिक विकास के लिये आज के बदलते परिवेश में अत्यंत उपयोगी है । स्वर्ण अर्थात सोना, प्राशन अर्थात चटाना होता है। स्वर्ण प्राशन शुद्ध स्वर्ण भस्म के साथ शहद, गोघृत, ब्राह्मी, वचा, गिलोय, अश्वगंधा, शंखपुष्पी आदि से बनी हुई दिव्य औषधि है। यह बच्चों को विलक्षण प्रतिभाशाली बनाती है, जिसे पुष्य नक्षत्र में देने से बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता (इम्युनिटी) बढ़ने के साथ साथ उनकी स्मरण शक्ति तीव्र होकर उनकी रचनात्मक एवं क्रियात्मक विकृतियां दूर होती हैं। संस्थान की ओर से प्रत्येक माह के पुष्य नक्षत्र में बच्चों को स्वर्ण बिंदु प्राशन संस्कार कराया जाता है। उसी कड़ी में इस बार अजा एकादशी के पावन पर्व पर स्वर्ण बिंदु प्राशन संस्कार 10 सितंबर रविवार को अति शुभ रवि पुष्य नक्षत्र में कराया जाएगा।

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