December 24, 2024

राष्ट्र की एकता व अखंण्डता की सुरक्षा हम सबका नैतिक कर्तव्य : डॉ. संजय गुप्ता

0 इंडस पब्लिक स्कूल दीपका ने रन फॉर यूनिटी का आयोजन कर दिया भारत की एकता व अखंडता का संदेश
कोरबा।
राष्ट्रीय एकता एक ऐसी ताकत है जो समाज को एक-दूसरे से जोड़े रखती है। एकता का अर्थ है एक साथ मिलकर रहना, काम करना और एक दूसरे को समझना। आज के समय में हर युवा को राष्ट्रीय एकता के महत्व को समझना अनिवार्य है। राष्ट्रीय एकता दिवस सरदार वल्लभ भाई पटेल के जन्मदिन के उपलक्ष्य में मनाया जाता है। वे एक स्वतंत्रता सेनानी थे। उन्होंने देश के लिए कई योगदान दिए हैं। सरदार पटेल के प्रयास से ही 562 रियासतों का एकीकरण विश्व इतिहास का एक आश्चर्य था, क्योंकि भारत की यह रक्तहीन क्रांति थी। इसी एकीकरण के लिए उन्हें लौह पुरुष की उपाधि मिली।
राष्ट्रीय एकता दिवस की शुरुआत केंद्र सरकार ने 2014 में दिल्ली में की थी। राष्ट्रीय एकता दिवस सरदार वल्लभ भाई पटेल के जन्म दिवस के उपलक्ष्य में हर साल 31 अक्टूबर को मनाया जाता है। भारत की गणना विश्व के सबसे बड़े देशों में एक के रूप में की जाती है। 652 के आसपास भाषाएं और बोलियाँ बोली जाती है। यह देश दुनिया के सभी प्रमुख धर्मों को जैसे-हिंदू, बौद्ध, ईसाई, जैन, इस्लाम, सिख और पारसी धर्मों को विभिन्न संस्कृति, खानपान की आदतों, परंपराओं पोशाकों और सामाजिक रीति-रिवाजों के साथ शामिल करता है। इसका प्रत्येक भाग एक ही संविधान द्वारा बहुत ही शांति के साथ नियंत्रित है। स्वतंत्रता के पश्चात 500 से भी ज्यादा देशी रियासतों का एकीकरण सबसे बड़ी समस्या थी। 5 जुलाई 1947 को सरदार पटेल ने रियासतों के प्रति नीति को स्पष्ट करते हुए कहा कि रियासतों को तीन विषयों-सुरक्षा विदेश तथा संचार व्यवस्था के आधार पर भारतीय संघ में शामिल किया जाएगा।

इंडस पब्लिक स्कूल दीपका में राष्ट्रीय एकता दिवस के उपलक्ष्य में प्रत्येक विद्यार्थियों को राष्ट्रीय एकता की शपथ दिलाई गई। विद्यालय के प्राचार्य डॉ. संजय गुप्ता ने विद्यालय के समस्त छात्र-छात्राओं को कक्षा स्तर पर एवं सामूहिक रूप से राष्ट्रीय एकता की शपथ दिलाई एवं सरदार वल्लभ भाई पटेल के व्यक्तित्व तथा राष्ट्र के प्रति योगदान के लिए भी आभार व्यक्त किया। सभी विद्यार्थियों ने एक स्वर से राष्ट्रीय एकता की शपथ ली तथा भविष्य में भी सतत रूप से राष्ट्र की एकता और अखंडता की रक्षा करने की कसम खाई। विद्यार्थियों ने जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में ईमानदारी, पारदर्शिता, सदनिष्ठा व भ्रष्टाचार उन्मूलन की शपथ ली। विद्यार्थियों ने रैली निकाल कर सरदार वल्लभभाई पटेल के जयकारे के साथ तथा भारत माता की जय के उद्घोष के साथ स्वच्छता रैली निकाली। इस रैली में सभी कक्षा स्तर के विद्यार्थियों ने बढ़चढ़कर हिस्सा लिया एवं जन सामान्य को राष्ट्रीय एकता का संदेश देने का प्रयास किया। राष्ट्रीय एकता रैली में प्रमुख रूप से योगेश कुमार शुक्ला, देवाशीष परीदा, सुखेंद्र सिंह राय एवं हेमलाल श्रीवास का भरपूर योगदान रहा। सुखेंदु सिंह राय ने बच्चों को संबोधित करते हुए सरदार वल्लभभाई पटेल के देश के प्रति योगदान से अवगत कराया। उन्होंने विद्यार्थियों की जानकारी में इजाफा करते हुए बताया कि आज हमारे भारत देश का नक्शा आप जो देख रहे हैं वह वास्तव में पहले ऐसा नहीं था। पूरे देश को एक सूत्र में बांधने का कार्य सरदार वल्लभभाई पटेल ने किया। एकता में अनेकता का पाठ पढ़ाने वाले हमारे देश के महान व्यक्ति थे सरदार वल्लभ भाई पटेल। उनके रीति एवं नीति तथा देश प्रेम की भावना स्पष्ट थी। वह सभी भारतीयों के दिल में आज भी राज करते हैं। सच में सरदार वल्लभभाई पटेल लौह पुरुष थे।
विद्यालय के प्राचार्य डॉ. संजय गुप्ता ने कहा कि देश की स्वतंत्रता के पश्चात सरदार पटेल उप प्रधानमंत्री के साथ प्रथम गृह, सूचना तथा रियासत विभाग के मंत्री भी थे। सरदार पटेल की महानतम देन थी 562 छोटी-बड़ी रियासतों का भारतीय संघ में विलीनीकरण करके भारतीय एकता का निर्माण करना। सरदार वल्लभ भाई पटेल को भारत का लौह पुरुष कहा जाता है। इसका कारण यह है कि नव स्वतंत्र देश में राष्ट्रीय एकीकरण के प्रति उनकी प्रतिबद्धता संपूर्ण और समझौताहीन थी, जिसके कारण उन्हें भारत का लौह पुरुष की उपाधि मिली। जब तक हम अपने देश की सुरक्षा व समृद्धि के प्रति सतर्क और जागरूक नहीं होंगे, जब तक हम व्यक्तिगत रूप से राष्ट्र की शांति एवं सुरक्षा के प्रति जवाबदार नहीं होंगे, तब तक अमन व चैन की उम्मीद करना सिफर रहेगा। राष्ट्र की एकता और अखंडता की जिम्मेदारी केवल सीमा पर पहरा देने वाले हमारे वीर सैनिकों की नहीं है अपितु यह हम सबकी नैतिक जिम्मेदारी व महत्वपूर्ण कर्तव्य भी है।

Spread the word