November 7, 2024

500 रुपये की रेत छह गुना दाम में खरदीने को मजबूर कोरबा के लोग

कोरबा। कोरबा के 15 साल से विधायक और 5 साल मंत्री की कुर्सी संभालने वाले और खुद को विधायक कहलवाने वाले अग्रवाल कोरबा जिले में रेत घाट का संचालन नहीं करवा सके। मजबूरन कोरबावासी 500 रुपये ट्रैक्टर में कभी मिलने वाली रेत 3 हजार रुपये में खरीदने के लिए मजबूर हो चुके हैं। राजस्व मंत्री के पार्टनर ठेका लेकर जनता को लूट रहे हैं और आम जनता के लिए निर्माण कराना मुश्किल हो गया है। सरकारी निर्माण में भी महंगी रेत का उपयोग करवा कर सरकार को आर्थिक चूना भी लगवाया जा रहा है।
शहर के विकास को अग्रवाल लेकर कितने गंभीर हैं यह इनके कामकाज से पता चलता है जिनके विधानसभा क्षेत्र में ही रेत की कालाबाजारी इनकी आंखों के सामने से हो रही है। रेत खदानों को सुचारू रूप से चलवाने के लिए रेत घाटों की नीलामी या फिर नगर निगम से संचालन करवाने की फाइल को ये आगे नहीं बढ़वा सके हैं। आज आम जनता या तो चोरी की रेत से निर्माण करवा रही है या फिर अपना पेट काट-काट कर घर-मकान बनवाने के लिए विवश है। महंगी रेत कई निम्न और मध्यम वर्गीय परिवार के लिए घर बनाने का सपना तोड़ रही है और मंत्री व उनके पार्टनर आम जनता और सरकार की जेब पर दिनदहाड़े महंगी रेत की आड़ में डाका डाले पड़े हैं। ऐसे जनप्रतिनिधि को यदि जनता की फिक्र होती तो रेत घाटों को चालू करवाते, लेकिन जहां फायदा हो रहा है तो वहां जनता के हित से आखिर इनका क्या सरोकार?

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