हाथी की मौत मामले में विद्युत विभाग के अधिकारियों पर एफआईआर दर्ज
0 एक्शन मोड में वन विभाग
कोरबा। कटघोरा वनमंडल में विचरण कर रहे हाथियों के झुंड में से एक हाथी की जान विद्युत प्रवाहित तार की चपेट में आ जाने समाप्त हो गई थी। इस मामले में अब वन विभाग एक्शन में आ गया है और विभाग ने विद्युत विभाग के संबंधित अधिकारियों के खिलाफ वन्य प्राणी संरक्षण अधिनियम 1972 की धारा 9 और धारा 39 के तहत अपराध दर्ज किया है।
उल्लेखनीय है कि कटघोरा वनमंडल में पिछले कई साल से हाथियों का झुंड विचरण कर रहा है। बेहतर रहवास मिलने के कारण यह झुंड अब कटघोरा जंगल के ही रह गया है और इन हाथियों की संरक्षण के लिए लगातार वन विभाग काम भी कर रहा है, लेकिन एक दिन पहले ही कटघोरा वनमंडल के अंतर्गत आने वाले पसान रेंज में 11 केवी तार की चपेट में आ जाने से एक दंतैल हाथी की मौत हो गई थी। मिली जानकारी के मुताबिक इस मौत के मामले में पाया गया था कि वन विभाग के अधिकारियों ने क्षेत्र का सर्वे किया था और 11 केवी की तार की ऊंचाई कम पाई गई थी। तत्काल लाइन को ऊंचा करने के लिए विद्युत विभाग के संबंधित अधिकारियों को पत्र लिखा था, लेकिन विद्युत विभाग के अधिकारियों ने तार की हाइट को ऊंचा करने की दिशा पर कोई पहल नहीं की और सोमवार को हादसे में हाथी की मौत हो गई है। अब कटघोरा वनमंडल में हुई हाथी की मौत के मामले में विभाग के अधिकारी सकते में आ गए हैं तो वहीं दूसरी ओर लापरवाही करने वाले विद्युत विभाग के संबंधित अधिकारियों के खिलाफ पसान वन परिक्षेत्र अधिकारी रामनिवास द्वारा वन्य प्राणी संरक्षण 1972 की धारा 9 और धारा 39 के तहत अपराध दर्ज किया गया है। हालांकि अभी नामजद अपराध दर्ज नहीं किया गया है। अधिकारियों का कहना है कि पसान रेंजर मामले की जांच कर रहे हैं। जांच में जो भी अधिकारी-कर्मचारियों का नाम सामने आएगा उसके नाम को नामजद किया जाएगा। फिलहाल अब वन विभाग ने विद्युत विभाग के संबंधित अधिकारियों के खिलाफ अपराध दर्ज कर लिया है, जिससे विभाग में हड़कंप मचा हुआ है।