ग्राम्य भारती महाविद्यालय में किया गया वीर बाल दिवस का भव्य आयोजन
0 शहीदों की चिताओं पर लगेंगे हर बरस मेले, वतन पर मरने वालों का यही बाकी निशां होगा…
-विनोद उपाध्याय
कोरबा (हरदीबाजार)। 9 जनवरी 2022 को दस सिख गुरुओं में से अंतिम गुरु गुरु गोबिंद सिंह के प्रकाश पर्व के दिन प्रधानमंत्री ने यह घोषणा की थी कि 26 दिसंबर को गुरु गोबिंद सिंह के पुत्रों- साहिबजादे बाबा जोरावर सिंह और बाबा फतेह सिंह की शहादत की स्मृति में उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए वीर बाल दिवस मनाया जाएगा। उक्त घोषणा के अनुरूप छत्तीसगढ़ उच्च शिक्षा विभाग से प्राप्त निर्देशानुसार शासकीय ग्राम्य भारती महाविद्यालय हरदीबाजार की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के तत्वावधान में महाविद्यालय परिसर में ब्योरेवार बौद्धिक संगोष्ठी का भव्य आयोजन किया गया तथा दो मिनट का मौन रखा गया।
साथ ही इन शहीदों की शहादत के संबंध में छात्र-छात्राओं को विस्तृत जानकारी देने हेतु भाषण तथा प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिताओं का आयोजन भी किया गया जिसमें भाषण प्रतियोगिता में प्रथम स्थान अनिषा कंवर, द्वितीय संगीता तांबेकर तथा तृतीय स्थान तरुण ओग्रे ने प्राप्त किया। प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता में प्रथम स्थान रामप्रकाश यादव को प्राप्त हुआ। महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ. शिखा शर्मा के संरक्षण एवं मार्गदर्शन में आयोजित इस कार्यक्रम की अगुवाई करते हुए महाविद्यालय के प्रभारी प्राचार्य एवं रासेयो के कार्यक्रम अधिकारी प्रो. अखिलेश पाण्डेय ने इन दोनों वीरों के बलिदान को याद करते हुए कहा कि जब सम्राट औरंगजेब के आदेश पर मुगल सैनिकों द्वारा आनंदपुर साहिब को घेर लिया गया था और इस घटना में गुरु गोबिंद सिंह के दो पुत्रों को पकड़ लिया गया था तब उन्हें मजहब-ए-इस्लाम कुबूल करने पर जान से न मारने की पेशकश की गई थी। इस पेशकश को उन दोनों ने ठुकरा दिया था, जिस कारण उन्हें मौत की सज़ा दी गई थी और उन्हें जिंदा ईंटों की दीवार में चुनवा दिया गया था। इन दोनों शहीदों ने बहुत ही कम उम्र में भी अपने धर्म के महान सिद्धांतों से विचलित होने की बजाय मृत्यु को प्राथमिकता दी थी, जो भारतीय समाज के युवाओं के लिए आज भी प्रेरणा का काम कर रहा है।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में अनिल टंडन जनपद सदस्य पाली एवं विशिष्ट अतिथि के रूप में ग्राम पंचायत हरदीबाजार के सरपंच प्रतिनिधि युवराज सिंह, महाविद्यालय के पूर्व छात्र संघ के उपाध्यक्ष आशीष अग्रवाल एवं सदस्य रामेश्वर राम आदित्य तथा विपिन शर्मा उपस्थित रहे। कार्यक्रम को सफल बनाने में महाविद्यालय के लेखापाल पन्ना लाल सोन, प्रयोगशाला परिचारक बलदेव प्रसाद अहीर, उत्तम दास महंत एवं प्रदीप पाण्डेय, ग्राम हरदीबाजार के गणमान्य नागरिक विवेक जायसवाल, रासेयो के वरिष्ठ स्वयंसेवक शंकर दास महंत एवं महाविद्यालय में अध्ययनरत जीत प्रकाश, रामशरण श्रीवास, गजेंद्र कुमार, कोमल, भारती कुंभकार, संगीता तांबेकर, नम्रता साहू, जायशी कामरो, देव कुमारी साहू, दिव्यानी साहू एवं अन्य छात्र-छात्राओं की भूमिका सराहनीय रही। महाविद्यालय के एनसीसी कैडेट्स, एनएसएस के स्वयंसेवकों एवं छात्र-छात्राओं ने भी अपनी सहभागिता सुनिश्चित की।