एनटीपीसी के भू-विस्थापितों ने लगाया वादाखिलाफी का आरोप, 30 जनवरी से करेेंगे आमरण अनशन
कोरबा। एनटीपीसी कोरबा के लिए वर्ष 1979-80 में ग्राम चारपारा की भूमि अर्जन के बाद 43 साल बाद भी रोजगार नहीं देने से नाराज भू-विस्थापित आंदोलन कर रहे हैं। उन्होंने 30 जनवरी से कलेक्टर कार्यलय के सामने आमरण अनशन शुरू करने का फैसला लिया है। उन्होंने यह भी कहा है कि मुख्यमंत्री निवास तक पैदल मार्च भी करेंगे।
चारपारा के भू-विस्थापित राजन कुमार पटेल, घसियाराम केवट, मथुरा कुमार केवट, रामायण प्रसाद केवट, शुभम केवट ने बताया कि कोरबा के पूर्व कलेक्टर सहित एनटीपीसी के अधिकारियों ने बार-बार झूठा आश्वसन देकर रोजगार उपलब्ध कराने का वादा किया, किंतु कोई कार्रवाई नहीं हुई है। इसके कारण वे अपने आंदोलन का विस्तार कर रहे हैं। उन्होंने प्रशासन और प्रबंधन पर आरोप लगाते हुये कहा कि एनटीपीसी में भू-विस्थापित रोजगार बंद हो चुका कहकर उनके अधिकार का हनन किया जा रहा है, जबकि 2015 में सीपत बिलासपुर एनटीपीसी भू-विस्थापित कोरबा एनटीपीसी में भर्ती किया गया। इसके अनुसार राज्यपाल के द्वारा भू-विस्थापितों को नौकरी देने आदेशित किया गया है। उन्होंने कहा कि इस वादाखिलाफी के कारण आंदोलन को तेज किया जा रहा है।