संयुक्त ट्रेड यूनियन ने 12 सूत्रीय मांगों से प्रबंधन को कराया अवगत, समस्या निराकरण की मांग
कोरबा। कोयला खदानों में ठेका मजदूरों के शोषण को लेकर सभी प्रमुख यूनियन धीरे-धीरे मुखर हो रही हैं। गेवरा प्रोजेक्ट में कार्यरत सभी ठेका मजदूरों का वीवी स्टेटमेंट और उनके काम पर रखने से संबंधित दस्तावेजों की मांग यूनियन ने की है, ताकि मजदूरों की स्थिति का आंकलन किया जा सके। यह मालूम किया जा सके कि खदान में काम करने वाले मजदूरों को सामाजिक सुरक्षा का लाभ मिल रहा है या नहीं। इस मसले को लेकर सभी प्रमुख यूनियन एटक, इंटक, एचएमएस, बीएमएस और सीटू ने गेवरा क्षेत्र के महाप्रबंधक को ज्ञापन सौंपा है। इसमें 12 सूत्रीय मांगों से प्रबंधन को अवगत कराया गया है।
सबसे बड़ी मांग दीपका प्रोजेक्ट से पिछले दो साल में सेवानिवृत्त हुए कर्मचारियों के बकाया राशि का भुगतान प्रमुख है। यूनियन ने कहा है कि प्रबंधन की ओर से अभी तक बकाया राशि का भुगतान नहीं किया गया है। यूनियन ने दीपका प्रोजेक्ट और क्षेत्र में भाड़े पर चलने वाली गाड़ियों की जानकारी भी मांगी है। इसके साथ ही गाड़ियों का लॉगबुक उपलब्ध कराने के लिए कहा है, ताकि गाड़ियों के संचालन को लेकर सही स्थिति सामने आ सके। यूनियन ने प्रबंधन को यह भी बताया है कि वित्तीय वर्ष 2022-23 में प्रबंधन की ओर से सिविल एवं माइनिंग क्षेत्र में ढेरों कार्य कराए गए हैं। यूनियन ने इन सारे दस्तावेजों की मांग की है। इसके अलावा 8 और मांगों से भी प्रबंधन को अवगत कराया है अन्यथा आंदोलन की चेतावनी दी है।