November 7, 2024

16 फरवरी को एक दिवसीय देशव्यापी हड़ताल को सफल बनाने तैयार की जा रही रणनीति : दीपेश

0 8 फरवरी को इंटक कार्यालय बालको में श्रम संगठनों के प्रतिनिधियों का होगा कन्वेंशन
कोरबा।
केंद्र सरकार के मजदूर विरोधी, जनविरोधी एवं राष्ट्र विरोधी नितियों के खिलाफ देश के 10 केंद्रीय श्रम संगठनों ने 16 फरवरी को एक दिवसीय देशव्यापी हड़ताल का ऐलान किया है। कोरबा जिला मे औद्योगिक हड़ताल को सौ फीसदी कामयाब करने के लिए संयुक्त श्रम संगठन के द्वारा व्यापक रणनीति बनाई जा रही है।
इस कड़ी में सोमवार को इंटक कार्यालय में संयुक्त एटक बालको यूनियन एस.के. सिंह की अध्यक्षता में एक बैठक रखी गई। एकमत से निर्णय किया गया कि 8 फरवरी दोपहर 3 बजे बालको इंटक कार्यालय परिसर में कोरबा जिले में कार्यरत समस्त श्रम संगठनों के प्रतिनिधियों का कन्वेंशन 16 फरवरी को प्रस्तावित हड़ताल शतप्रतिशत सफल कैसे होगी इस पर संयुक्त रणनीति बनाई जाएगी। इस संबंध में प्रदेश एटक के कार्यवाहक अध्यक्ष दीपेश मिश्रा ने बताया कि इस हड़ताल में कोयला, अल्युमिनियम, इस्पात, तेल, दूरसंचार, डाक, आयकर, तांबा, बैंक, बीमा, रोडवेज ट्रांसपोर्ट, बिजली कर्मचारियों के अलावा राज्य कर्मचारी संगठन के कामगार भी शामिल रहेंगे। उन्होंने कहा कि मौजूदा सरकार देश का सबकुछ निजी हाथों मे देने की मुहिम चला रही है, जिसका श्रम संगठन मुखालफत कर रहे हैं। यह सरकार चुनिंदे कारपोरेट घरानों को मदद पहुंचाने के लिए मजदूर पक्षीय श्रम कानूनों को चार लेबर कोड में बदलने जा रही है। वहीं नेशनल मोनेटाइजेशन पाइपलाइन के नाम पर देश का सारा ढांचागत सुविधाओं और संसाधनों को निजी हाथों में देने की ओर बढ़ रही है। इसी तरह मौजूदा सरकार कमर्शियल माइनिंग के जरिए कोल इंडिया के एकाधिकार को पूरी तरह खत्म करना चाहती है। इसके साथ ही सार्वजनिक क्षेत्र जो इस देश की धरोहर है, उसका विनिवेश के माध्यम से कमजोर कर निजी हाथों मे दिया जा रहा है। इन्हीं सब मसलों पर विरोध दर्ज कराने के लिए देश का मेहनतकश मजदूर 16 फरवरी को राष्ट्रव्यापी आम हड़ताल मे शामिल होगा। इस कड़ी में कोरबा जिले मे स्थित उद्योग में 100 फीसदी हड़ताल कामयाब करने के लिए प्रभावी रणनीति बनाई बनाई जा रही है। अंत में उन्होंने कहा कि कोरबा जिले में हड़ताल की पूरी तैयारी की जा रही है। सिर्फ अति आवश्यक सेवाओं को हड़ताल से अलग रखा जायेगा।

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