महतारी वंदन योजना के आवेदन में ऑनलाइन आ रही समस्या
कोरबा। जिले के शहरी और ग्रामीण क्षेत्र में महतारी वंदन योजना का आवेदन फॉर्म वितरण की प्रक्रिया पांच फरवरी से प्रारंभ हो गई है। जिनके फार्म की किल्लत होने लगी है। वहीं ऑनलाइन आवेदन में भी वेबसाइट में सर्वर की दिक्कत आ रही हैं।
जिला प्रशासन की ओर से आंगनबाड़ी केंद्र, ग्राम पंचायत व महिला एवं बाल विकास परियोजना कार्यालय में आवेदन फॉर्म उपलब्ध कराए गए थे। आंगनबाड़ी केंद्र व ग्राम पंचायतों में भीड़ इतनी उमड़ रही है कि चार से पांच दिन में लाखों फॉर्म वितरण हो चुके हैं। लेकिन कई महिलाओं को अभी तक आवेदन फॉर्म नहीं मिले हैं। महिलाएं आवेदन के लिए आंगनबाड़ी केंद्र का चक्कर काट रहीं हैं। इससे महिलाओं की परेशानी बढ़ गई है। प्रशासन का दावा है कि जिले में महिलाओं की जनंसख्या लगभग तीन लाख हैं। इस जनसंख्या के अनुसार तीन लाख आवेदन फॉर्म शहरी क्षेत्र के आंगनबाड़ी व ग्रामीण क्षेत्र में ग्राम पंचायत व आंगनबाड़ी केंद्रों में उपलब्ध कराए गए थे। इसके अलावा शिविर के माध्यम से भी महिलाओं को फॉर्म वितरण किया जा रहा है। आंगनबाड़ी केंद्रों में आवेदन फॉर्म की किल्लत है। ऐसे में सवाल उठता है कि आवेदन फॉर्म कहा गए? इधर आवेदन ऑनलाइन करने में भी कार्यकर्ताओं को परेशानी आ रही है। शासन की ओर से जारी वेबसाइट में सर्वर की दिक्कत आ रही है। जिले के शहरी व ग्रामीण क्षेत्र के कई आंगनबाड़ी केंद्रों में महतारी वंदन योजना के आवेदन फॉर्म की किल्लत है। इस कारण आवेदन के लिए लोग शिविर में पहुंच रहे हैं। शहरी क्षेत्र में नगर निगम की ओर से अलग-अलग तिथियों पर शिविर लगाई जा रही है।
जिले में महतारी वंदन योजना को लेकर महिलाओं में उत्साह इतना अधिक है कि पांच दिनों के भीतर ही कई आंगनबाड़ी केंद्रों से आवेदन फॉर्म खत्म होने की सूचनाएं आने लगी है। इसे लेकर वे महिलाएं परेशान हैं जिन्हें आवेदन नहीं मिल रहा है। पार्षदों के पास भी फार्म लेने के लिए लोग बड़ी संख्या में पहुंच रहे हैं। शासन ने महतारी वंदन योजना के लिए ऑफलाइन के साथ ऑनलाइन दोनों ही प्रक्रिया से आवेदन की प्रक्रिया शुरू की गई है। इसके लिए वेबसाइट व एप जारी किया गया है। योजना का आवेदन अधिकृत वेबसाइट से करने को कहा गया है। वेबसाइट पर ट्रेफिक अधिक होने से सर्वर में दिक्कतें आ रही है। इस कारण ऑफलाइन फार्म की मांग अधिक है। हालांकि फॉर्म पर महिलाओं को जानकारी भरने के बाद आंगनबाड़ी केंद्रों में जमा करना है।