उत्पादन कंपनी में तेजी से कम हो रही कर्मियों की संख्या
0 पेंशन और ग्रेज्युटी में हर वर्ष हो रही मोटी रकम खर्च
कोरबा। आने वाले दो वर्ष में उत्पादन कंपनी के सबसे अधिक कर्मचारी और अधिकारी सेवानिवृत्त होने जा रहे हैं। पेंशन और ग्रेज्युटी में हर साल तीन सौ करोड़ से अधिक कर्मियों को खाते में डाले जाएंगे। इस तरह 2024-25 तक उत्पादन कंपनी पर पेंशन और ग्रेज्युटी फंड का एक हजार करोड़ से अधिक का भार आने का आंकलन किया गया है।
उत्पादन कंपनी में हर साल कर्मचारी और अधिकारी सेवानिवृत्त हो रहे हैं। आने वाले दो वर्ष में अधिक संख्या कर्मी सेवानिवृत्त होने वाले हैं। ऐसा पहली बार होगा जब अधिक संख्या में कर्मी रिटायर होंगे। सबसे अधिक हसदेव ताप विद्युत गृह के कर्मी सेवानिवृत्त होने जा रहे हैं। इसी तरह कोरबा पूर्व और पश्चिम से ट्रांसफर के बाद मड़वा प्लांट गए बहुत सारे कर्मी भी रिटायर होंगे। सबसे अधिक तृतीय और चतुर्थ श्रेणी के कर्मी सेवानिवृत्त होने वाले हैं। करीब तीन सौ से सवा तीन सौ कर्मी सेवानिवृत्त होंगे जबकि इंजीनियर, लेखा शाखा के साथ अन्य विभागों के बड़े अधिकारी भी इन तीन वर्षों में रिटायर होंगे। इसे देखते हुए उत्पादन कंपनी ने 2022-23 से लेकर 2024-25 तक पेंशन और ग्रेज्युटी फंड के खर्च का आंकलन किया गया है। इसके मुताबिक 1004 करोड़ रुपये सेवानिवृत्त कर्मियों के खाते में डाले जाएंगे। इसमें पूर्व में सेवानिवृत्त हुए कर्मियों का पेंशन भी शामिल है। सेवानिवृत्त हो रहे बिजली कर्मियों के पेंशन और ग्रेज्युटी फंड की उपलब्धता को समय पर बनाए रखना कंपनी की प्राथमिकता में से एक है। सेवानिवृत्त हो रहे कर्मियों को ग्रेज्युटी और पेंशन के लिए किसी तरह की परेशानी का सामना न करना पड़े इसके लिए पूरी प्रक्रिया को सरल किया गया है।
एक तरफ अधिक संख्या में बिजली कर्मचारी रिटायर हो रहे हैं तो दूसरी तरफ रिटायरमेंट के अनुरूप नियमित भर्तियां भी नहीं हो रही है। संयंत्रों में ठेका मजदूरों की संख्या लगातार बढ़ रही है। ठेका मजदूर भी आए दिन कम वेतन और समय पर नहीं मिलने की मांग को लेकर आंदोलन करते रहते हैं।