November 21, 2024

भाकपा ने पुष्पलता उद्यान में मनाया अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस

0 जिला सचिव पवन कुमार वर्मा ने दी महिला दिवस पर डाला प्रकाश
कोरबा।
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी जिला परिषद कोरबा ने निहारिका सुभाष चौक पुष्पलता उद्यान में अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस मनाया। कार्यक्रम की अध्यक्षता कामरेड मीना यादव यादव ने की।
सर्वप्रथम भाकपा के जिला सचिव का. पवन कुमार वर्मा ने कहा कि हर वर्ष 8 मार्च को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस का आयोजन होता है, लेकिन यह क्यों मनाया जाता है? और कब इसकी शुरुआत हुई? सभी को जानना जरूरी है। अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस का आयोजन एक श्रम आंदोलन था। इस आयोजन की शुरुआत का बीज 1908 में तब पड़ा, जब न्यूयॉर्क शहर में 15 हजार महिलाओं ने काम के घंटे कम करने, बेहतर वेतन और वोट देने की मांग के साथ विरोध प्रदर्शन निकाला था। इसके एक साल बाद अमेरिकी सोशलिस्ट पार्टी ने पहली बार राष्ट्रीय महिला दिवस मनाने की शुरुआत की लेकिन इस दिन को अंतरराष्ट्रीय बनाने का विचार क्लारा जेटकिन नाम की महिला के दिमाग में आया था। उन्होंने अपना ये आइडिया 1910 में कॉपेनहेगन में आयोजित इंटरनेशनल कॉन्फें्रस ऑफ वर्किंग वीमेन में दिया था। इस कॉन्फ्रेंस में 17 देशों की 100 महिला प्रतिनिधि हिस्सा ले रही थीं। इन सबने क्लारा के सुझाव का स्वागत किया था। इसके बाद अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पहली बार 1911 में ऑस्ट्रिया, डेनमार्क, जर्मनी, स्विट्जरलैंड में मनाया गया। इसका शताब्दी आयोजन 2011 में मनाया गया था, इस लिहाज से 2024 हम लोग 113वां अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस मना रहे हैं।

मेहनतकश लोगों पर खास तौर से शोषित पीड़ित वर्ग की महिलाओं पर लगातार अत्याचार बढ़ता जा रहा है। शोषक वर्ग के लोगों ने महिलाओं का उपभोग की वस्तु बना दिया है। शोषक वर्ग ने एक ऐसा माहौल बना रखा है की हर जगह महिलाओं पर खतरा न सिर्फ बना हुआ है, बल्कि बढ़ता जा रहा है। ऑफिसों, बाजारों, दुकानों, स्कूलों, अस्पतालों, कारखानों, रेलों, सड़कों, हवाई जहाजों, कहीं भी महिलाएं सुरक्षित नहीं है। मौजूदा सरकार एक तरफ महिला सशक्तिकरण का नारा लगा रही है दूसरी तरफ सफाई कर्मचारी, कचरा उठाने वाले कर्मचारी, आंगनवाड़ी, आशा कर्मी, स्कीम वर्कर्स के तौर पर कार्यरत महिलाओं के श्रम का जबरदस्त शोषण कर रही है। सबसे ज्यादा उत्पीड़न भूमिहीन गरीब किसान व मजदूर वर्ग की महिलाओं का हो रहा है। कार्यक्रम में भाकपा के मध्य प्रदेश राज्य सचिव मंडल सदस्य का. अजीत जैन, पूर्व जिला सचिव का. एमएल रजक, तबरेज अहमद, हेमा चौहान, विजय लक्ष्मी चौहान, सुमित्रा लहरे, बुंदेश्वरी, लक्ष्मी गोंड़, सुशीला, किरन चौहान, मानबती आदि सैकड़ों महिला उपस्थित हुए।

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