November 7, 2024

प्लास्टिक पर प्रतिबंध कागजों में सिमटा, निगम के अधिकारी बने मूकदर्शक

कोरबा। नगर निगम की उदासीनता के चलते फिर एक बार फिर बाजार में सिंगल यूज प्लास्टिक का उपयोग धड़ल्ले से हो रहा है। प्रतिबंध का असर शहर में कहीं भी दिखाई नहीं दे रहा है। नगर निगम भी चेतावनी देने के बाद इसे बाजार से हटाना भूल चुका है। कार्रवाई के अभाव से दुकानदार बेफिक्र हो चुके हैं और सिंगल यूथ प्लास्टिक का उपयोग कर रहे हैं। सिंगल यूज प्लास्टिक पर प्रतिबंध लगे कई साल हो चुके हैं। शासन ने साफ किया कि अब इसका उपयोग करने व बेचने वाले दुकानदारों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
प्रतिबंध लगने के बाद कुछ दिनों तक कार्रवाई भी चली, लेकिन अब इस ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। दुकानदार भी कार्रवाई को लेकर निश्चिंत हो गए हैं। प्लास्टिक थोक दुकानदार अब भी खुलेआम प्लास्टिक की बनी थैलियों बिक्री कर रहे हैं। दुकानदार ग्राहकों को प्लास्टिक थैलियां उपलब्ध करा रहे हैं। इन पर अब तक किसी भी प्रकार से कार्रवाई नहीं की गई है, जहां पर खुलेआम सिंगल यूज प्लास्टिक का उपयोग किया जा रहा है। यह सब संबंधित अधिकारियों की जानकारी में भी हैं इसके बाजजूद किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं की जा रही है। प्लास्टिक को पूरी तरह से खत्म नहीं किया जा सकता है। ये रिसाइकल भी नहीं होता है, जो पर्यावरण में खुले तौर पर रहते हैं और पर्यावरण को प्रदूषित करने का काम करता है। इसका दूरगामी परिणाम भी झेलना पड़ता है। इसी तरह मवेशी इनका सबसे ज्यादा शिकार बनते हैं। वे फेंके गए सब्जी व अन्य खानों के साथ इसे खा लेते हैं। यह मवेशियों के पेट में जाकर पच भी नहीं पाता है और पेट में ही रह जाता है। धीरे-धीरे यह प्लास्टिक पेट में बढ़ता ही जाता है और एक ट्यूमर की तरह शक्ल ले लेता है। जो समय के साथ मवेशियों की मौत का कारण बनता है।

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