November 7, 2024

कोरबा लोकसभा सीट पर 26 हजार 249 वोट रही है सर्वाधिक बड़ी जीत

0 कांग्रेस की ज्योत्सना के नाम है रिकॉर्ड, इस बार भी मिला है मौका
कोरबा।
जांजगीर लोकसभा से विभक्त होकर कोरबा संसदीय सीट 2008 में अस्तित्व में आया। वर्ष 2009 में पहली बार कोरबा सीट पर लोकसभा चुनाव हुए थे। अब तक तीन सांसद इस सीट पर जीतकर संसद भवन तक पहुंचे हैं। सीट पर सबसे ज्यादा वोट से जीत का रिकॉर्ड कांग्रेस की ज्योत्सना महंत के नाम है, जिन्होंने भाजपा के ज्योतिनंद दुबे को 26 हजार 249 वोट से हराया था। इस बार कांग्रेस ने दोबारा उन्हें मौका दिया है। उनके सामने भाजपा की सरोज पांडेय प्रत्याशी है। ऐसे में ज्योत्सना के सामने अपनी जीत को दोहराने की चुनौती है।
कोरबा सीट पर किसी भी दल ने कुल मतदान का 50 फीसदी मत हासिल नहीं किया है। सर्वाधिक मत प्रतिशत पिछले चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी ज्योत्सना महंत को 46.01 फीसदी मिला था। कुल 11 लाख 36 हजार 903 वोट में से कांग्रेस प्रत्याशी के खाते में 5 लाख 23 हजार 310 वोट पड़े थे। वहीं उनके प्रतिद्वंद्वी भाजपा प्रत्याशी ज्योतिनंद दुबे को 4 लाख 97 हजार 61 वोट मिले थे। उनका प्राप्त मत प्रतिशत 43.7 फीसदी रहा था। हार जीत के वोटों के अंतर का प्रतिशत 2.31 था और वोटों के लिहाज से 26 हजार 249 था। जो कोरबा सीट के इतिहास की सबसे ज्यादा से जीत है। 2009 में सांसद चुने गए कांग्रेस प्रत्याशी डॉ. चरणदास महंत को 3 लाख 14 हजार 616 वोट मिले थे जो कुल वोटिंग 7 लाख 45 हजार 612 का 24.65 फीसदी था। भाजपा प्रत्याशी करूणा शुक्ला को कुल वोटिंग का 23.02 फीसदी वोट मिला था। उन्हें 2 लाख 93 हजार 879 वोट पड़े थे। इस तरह उन्होंने 20 हजार 737 वोटों के अंतर से हार का सामना किया था। 2014 में भाजपा के विजयी प्रत्याशी डॉ. बंशीलाल महतो ने कुल वोटिंग 10 लाख 52 हजार 720 का 30.84 फीसदी बोट यानी 4 लाख 39 हजार 2 मत हासिल किए थे। कांग्रेस प्रत्याशी ने 4 लाख 34 हजार 737 वोट हासिल किए और उनका प्रतिशत 30.54 रहा था। इस तरह मामूली 4 हजार 265 वोटों के अंतर से पहली बार कोरबा लोकसभा सीट पर कमल खिला था।
0 कांग्रेस भाजपा की बारी-बारी सत्ता
कोरबा लोकसभा सीट पर अब तक हुए तीन चुनाव में किसी भी राजनीतिक दल को लगातार जीत नसीब नहीं हुई है। यहां हर बार विजेता दल बदलने का रिवाज रहा है। वर्ष 2009 में हुए पहले लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के डॉ. चरणदास महंत चुनाव जीते थे। वे कोरबा सीट के पहले सांसद चुने गए थे। दूसरी बार हुए चुनाव 2014 में चरणदास महंत को कांग्रेस ने रिपिट किया, लेकिन दोबारा जनता का वे विश्वास नहीं जीत सके। भाजपा के डॉ. बंशीलाल महतो सांसद चुने गए। तीसरी बार हुए चुनाव में फिर जीतने वाली पार्टी बदल गई। कांग्रेस ने डॉ. महंत की बजाय उनकी धर्मपत्नी ज्योत्सना महंत को टिकट दिया। इस बार भाजपा के ज्योतिनंद दुबे को उन्होंने हराया। इस तरह कोरबा सीट पर कांग्रेस भाजपा को बारी-बारी राज करने का मौका मिला है।

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