वर्षों से पेयजल संकट का सामना कर रहे सलोरा के ग्रामीण
0 गर्मी शुरू होते ही फिर बढ़ी परेशानी, दूर से ला रहे पानी
कोरबा। गर्मी की दस्तक के साथ ही कटघोरा क्षेत्र के गांवों में पेयजल की समस्या होने लगी है। ग्राम सलोरा में पेयजल संकट से लोग परेशान हैं। यहां के ग्रामीण कई साल से इस समस्या को झेल रहे हैं। यहां ग्रामीणों की प्यास बुझाने विभाग ने दो मर्तबा प्रयास तो किया लेकिन वो भी अनियमितता की भेंट चढ़ गया।
वर्तमान समय में गांव में पानी की ऐसी स्थिति है कि यहां लगे सभी हैंड पंप, बोरवेल सूख गए हैं और जल जीवन मिशन द्वारा लगाए गए नालों में पानी नहीं पहुंच रहा है। ग्रामीणों ने बताया कि दशकों से इस समस्या को ग्राम सलोरा के ग्रामीण झेल रहे हैं। ग्रामीण हरिराम केवट ने बताया कि उनके घर के बाहर लगी सरकारी बोरवेल सिर्फ देखने के लिए ही लगाया गया है। गर्मी के दस्तक देते ही बोरवेल सूख चुका है। बोरवेल के सूखने का कारण पीएचई के अधिकारियों को मानते हैं। उनका मानना है कि गर्मी शुरू होते ही गांव का वाटर लेवल नीचे चला जाता है। इस बात की जानकारी होने के बाद भी विभाग द्वारा महज 200 से 250 फीट तक ही खुदाई की गई थी। अब ग्राउंडवाटर लेवल के नीचे जाने के कारण बोरवेल से पानी नहीं आता है।
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गर्मी में एक डबरी वो भी सूखी
साइकिल से पानी लेकर जा रहे बुजुर्ग ग्रामीण रामलाल ने बताया कि बचपन से ही गांव में पानी की समस्या को देखते आ रहे हैं। गांव में एक ही डबरी है, जो पूरे गांव के एकमात्र निस्तारी का साधन है। इसके पानी को छान कर पीने के उपयोग में भी लाया जाता है। गर्मी बढ़ते ही यह डबरी सूख जाता है, जिससे गांव को जल संकट का सामना करना पड़ता है। तब पानी के लिए दूसरे गांव का सफर तय करना पड़ता है।
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जल जीवन मिशन नहीं बुझा पा रहा प्यास
गांव के युवा राजा राम ने बताया कि जल जीवन मिशन के तहत उनके गांव में पानी के लिए पाइप तो पहुंचा, लेकिन उस पाइप में आज तक पानी नहीं आया है। जब से घर में नल का कनेक्शन किया गया है, तब से वह नल सूखा पड़ा है। निचले इलाकों में कुछ लोगों के घर नल से पानी टपकता है तो गड्ढा कर दिया गया है कि पानी आ जाए पर जल जीवन मिशन लोगों की प्यास नहीं बुझा पाया।