कोरबा सीट पर दावेदारों की रहती है संख्या ज्यादा, 55 आजमा चुके हैं किस्मत
0 चुनाव लड़ने वाले 49 प्रत्याशी नहीं बचा सके हैं जमानत
कोरबा। संसद भवन तक पहुंचने का सपना लेकर यूं तो लोकसभा चुनाव में प्रत्याशी मैदान में उतरते हैं, पर जीत केवल किसी एक प्रत्याशी की होती है। वहीं ज्यादातर प्रत्याशी तो अपनी जमानत भी बचा नहीं पाते हैं। कोरबा लोकसभा सीट में अब हुए तीन चुनाव में 55 प्रत्याशी मैदान में उतर चुके हैं। इनमें तीन को जनता ने सांसद के रूप में जनप्रतिनिधि चुना, वहीं 49 प्रत्याशियों की जमानत जब्त हो गई। केवल निकटतम तीन प्रतिद्वंद्वी अपनी जमानत सुरक्षित रखने में सफल रहे।
जांजगीर लोकसभा से परिसीमन के बाद अलग हुए कोरबा लोकसभा में अब तक तीन चुनाव हुए हैं। चार जिले के आठ विधानसभा क्षेत्र इस लोकसभा में शामिल हैं। इस वजह से चारों जिले से प्रत्याशी मैदान में उतरते हैं और प्रत्याशियों की सूची लंबी हो जाती है। वर्ष 2009 के चुनाव में 18 प्रत्याशियों ने इस सीट से भाग्य आजमाया। सात लाख 45 हजार 612 मतदाताओं ने मतदान किया। कांग्रेस के प्रत्याशी डॉ. चरणदास महंत को तीन लाख 14 हजार 616 वोट मिले। भाजपा की प्रत्याशी करुणा शुक्ला को दो लाख 93 हजार 879 वोट मिले और 20737 वोट से हार गईं। उन्हें कुल मत का 23.02 प्रतिशत मत मिला। इस चुनाव में केवल करुणा शुक्ला ही जमानत बचा पाई। शेष 16 प्रत्याशियों की जमानत जब्त हो गई। 2009 में कोरबा लोकसभा के चुनाव में तीसरे स्थान पर रहने वाले गोंडवाना गणतंत्र पार्टी (गोंगपा) के प्रत्याशी हीरा सिंह मरकाम को 2.58 प्रतिशत मिले, पर जमानत नहीं बचा पाए। 13 प्रत्याशियों को तो एक प्रतिशत वोट भी नहीं मिला।
बात वर्ष 2014 की करें, तो प्रत्याशियों की संख्या बढ़कर 24 हो गई। भाजपा के डॉ. बंशीलाल महतो ने कांग्रेस के डॉ. चरणदास महंत को हराया। इस चुनाव में भी 22 प्रत्याशी अपनी जमानत नहीं बचा सके। इसमें कई प्रत्याशी तो नोटा के आंकड़े तक नहीं पहुंच पाए। हालांकि गोंगपा प्रत्याशी हीरा सिंह मरकाम का मत बढक़र 3.71 प्रतिशत पहुंच गया। 18 प्रत्याशी कुल मत का एक प्रतिशत वोट हासिल करने में असफल रहे।
वर्ष 2019 के चुनाव में प्रत्याशियों की संख्या घट कर 13 हो गई। इस बार सीमित संख्या में प्रत्याशी मैदान में रहे और भाजपा व कांग्रेस के प्रत्याशियों का वोट प्रतिशत बढ़ गया। चुनाव जीतने वाली कांग्रेस प्रत्याशी ज्योत्सना महंत ने पांच लाख 23 हजार 310 वोट हासिल किया, जो कुल मत 11 लाख 36 हजार 903 का 46.01 प्रतिशत रहा। निकटतम प्रतिद्वंद्वी भाजपा प्रत्याशी ज्योतिनंद दुबे को चार लाख 97 हजार 61 मत मिले। तीसरे स्थान पर गोंगपा के प्रत्याशी तुलेश्वर सिंह मरकाम रहे, जबकि चौथे नंबर पर 1.7 प्रतिशत मत के साथ नोटा रहा।