शहर में नए खदान से दूर होगी रेत की किल्लत, प्रक्रिया हो चुकी है पूरी
0 पर्यावरणीय स्वीकृति भी मिली
कोरबा। शहर में रेत की किल्लत दूर करने पहल की जा रही है। नए रेत घाट खोले जा रहे हैं। रेत की किल्लत दूर होने के साथ ही रेत की कीमत भी घट जाएगी, क्योंकि बंद हो चुके गेरवाघाट खदान की जगह गेरवाघाट-2 खदान शुरू होने वाली है। खदान के लिए भेजे गए प्रस्ताव पर स्वीकृति के बाद आगे की प्रक्रिया पूर्ण हो चुकी थी। अंतिम चरण में पर्यावरणीय स्वीकृति बाकी थी जो अब मिल गई।
इसके साथ ही गेरवाघाट-2 खदान खोलने की आगे की तैयारी शुरू हो गई है। उक्त खदान चारपारा कोहड़िया के पास खुलेगी। अब तक नगर निगम की सीमा क्षेत्र में एकमात्र खदान बरबसपुर के समीप भिलाईखुर्द में कुछ माह पहले खुली, लेकिन शहर से दूरी अधिक होने के कारण रेत की कीमत में ज्यादा अंतर नहीं आया। साथ ही एकमात्र खदान होने और डिमांड ज्यादा होने से रेत की किल्लत भी चल रही है। वर्तमान में जिले में लगातार रेत खदानें खुल रही है। पूर्व में चल रही खदानों के अलावा नए तीन खदान चारपारा कोहड़िया (गेरवाघाट-2), गितारी मोहरा व कुदमुरा के लिए पर्यावरणीय स्वीकृति मिल गई है। वहीं 9 खदान खोलने की स्वीकृति के लिए प्रस्ताव बनाकर भेजा गया है। आने वाले दिनों में शहरी व ग्रामीण अंचल में रेत की समस्या लगभग दूर हो जाएगी।