पहली बारिश में खुली नगर निगम के पानी निकासी व्यवस्था की पोल, चिमनीभट्ठा और मुड़ापार के घरों में घुसा पानी
0 वाहन शोरूम के यार्ड में भरा पानी, निकाला गया वाहन
कोरबा। पहली ही बारिश ने नगर निगम की तैयारी की पोल खोलकर रख दी, दरअसल हर साल की तरह वार्ड नंबर 12 चिमनीभट्ठा फिर जलमग्न हो गई और एक बार फिर नगर निगम के बड़े-बड़े दावे धराशायी हो गए। नालियों में भरा कचरा और सीवर की गंदगी लोगों के घरों तक पहुंच गई। घरों में बारिश का पानी घुसने से लोगों को भारी परेशानी झेलनी पड़ी। वहीं बारिश में जलभराव की समस्या वार्ड नंबर 12 चिमनीभट्ठा के लिए नासूर बन गई है। सालों पुरानी इस समस्या का समाधान न कोई सरकार निकाल पाई और न ही नगर निगम।
रविवार रात को हुई बारिश में यह बात एक बार फिर साबित हुई। दर्जनों घरों में बरसाती पानी घरों में घुसा। पहले ही बारिश में जिस तरह से जलभराव हुआ है उसने साबित कर दिया कि निगम की तैयारियां अब तक भी दुरुस्त नहीं हो पाई है। जिले में हो रही मूसलाधार बारिश से नदी नाले उफान पर हैं। भारी बारिश से मुड़ापार रिंग रोड में मारुति शो रूम के वर्कशॉप के यार्ड में पानी भर गया है। यार्ड में रखे सभी सोल्ड गाड़ियों को कर्मचारियों ने बाहर निकाला और नगर निगम को सूचना दी। निगम कर्मी पानी निकासी की व्यवस्था में लगे रहे।
0 घर में घुसा पानी, किया रतजगा
देर रात हुई भारी भारी से कई घरों में पानी घुस गया। मुड़ापार निवासी मंगली शर्मा के घर में पानी घुस गया था। परिवार को छोटे बच्चों को लेकर रतजगा करना पड़ा। मंगली ने बताया कि हर साल की यही समस्या है। क्षेत्र की महिलाओं का कहना है कि वार्ड पार्षद से लेकर निगम के अफसरों को समस्या से कई बार अवगत कराया गया है पर समस्या का निदान नहीं हुआ। इस कारण स्थानीय लोगों में निगम के अधिकारियों के प्रति आक्रोश देखने को मिला। पानी निकासी के लिए नाला का निर्माण कराया गया है जो आधा अधूरा है। इसे नमन विहार तक बनाये जाने से समस्या से निजात मिल जाएगी। महिलाओं ने नाला निर्माण को जल्द पूरा करने की मांग की है। मंगली ने बताया कि वह बीमार रहती है। मकान में पानी घुस जाने के कारण बच्चों को लेकर सुरक्षित जगह पर रतजगा करना पड़ा। पानी निकासी की व्यवस्था पहले ही दुरुस्त कर दी जाती तो परेशानी नहीं उठानी पड़ती।
0 किसानों को सतर्कता से बोआई करने की सलाह
वर्षा को देखते हुए कृषि विभाग ने सतर्कता से बोआई करने की सलाह किसानों को दी है। मानसून की सक्रियता को देखते हुए किसानों ने कृषि कार्य तेज कर दिया है। सप्ताह भर से चल रही धूप व बदली की तुलना में रविवार का दिन मौसम की दृष्टि से सुकुन भरा रहा। सोमवार को भारी बारिश हुई। सुबह से आसमान में बदली छाई रही और बारिश होती रही। देर रात और सुबह हुई वर्षा ने वातावरण को नम कर दिया है। अन्य दिनों की तुलना में दोपहर का तापमान 35 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया। देर शाम 32 डिग्री सेल्सियस दर्ज की गई। चौतरफा वर्षा से मिट्टी में नमी आने के साथ उमस का असर भी कम होने लगा है। कृषि कार्य में प्रगति आने लगी है। जिन किसानें ने सूखा बोआई कर ली है, उनके लिए थम-थम कर कर हो रही वर्षा वरदान साबित हो रही है। कृषि विज्ञान केंद्र कटघोरा लखनपुर के मौसम विशेषज्ञों ने बताया कि आगामी 24 घंटे के भी 70 मिमी वर्षा की संभावना है।
0 दर्री तहसील में हुई सर्वाधिक वर्षा
एक जून से अब तक जिले में 1776.10 मिलीमीटर वर्षा हो चुकी है। बीते वर्ष की तुलना में यह 239.12 मिमी अधिक है। तहसील में हुई वर्षा का आंकलन किया जाए तो अब तक सर्वाधिक 222.4 मिलीमीटर दर्री तहसील में हुई है। वहीं सबसे कम 60 मिलीमीटर वर्षा अजगरबहार तहसील में दर्ज किया गया है। अब तक हुई वर्षा को कृषि कार्य के अनुकूल माना जा रहा है। कृषि विभाग ने किसानों को जल संरक्षण के लिए सतर्क किया है। मानसून की सक्रियता के साथ सहकारी दुकानों में खाद व बीज की मांग बढ़ गई है।