जिले में शारदीय नवरात्र की जोर शोर से चल रही तैयारी
0 मूर्तियों और पूजा पंडालों को दिया जा रहा अंतिम रूप
कोरबा। मातृ शक्ति की पूजा एवं आराधना का पर्व शारदीय नवरात्र की तैयारी नगर में शुरू हो गई है। एक तरफ भक्त जहां मां दुर्गा की पूजा-अर्चना को लेकर तैयारी में लगे हुए हैं। वहीं दूसरी तरफ दुकानदार एवं व्यवसायी नवरात्रि को लेकर बाहर से नारियल चुनरी आदि पूजा सामग्री मंगा रहे हैं। नगर के देवी मंदिरों का रंग-रोगन किया जा रहा है। वही दुर्गा उत्सव समितियों द्वारा माता रानी की प्रतिमा स्थापित करने के लिए आकर्षक पंडाल बनाए जा रहे हैं। शारदीय नवरात्र में नगर के देवी मंदिरों में ज्योति कलश प्रज्जवलित किए जाते हैं। पंचांग के मुताबिक शारदीय नवरात्रि अश्विन मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से लेकर नवमी तिथि तक मनाई जाती है।
नगर सहित आसपास के गांवों में शारदीय नवरात्रि की तैयारियां शुरू हो गई है। घट स्थापना के साथ 3 अक्टूबर से प्रारंभ होने वाले नवरात्रि महोत्सव के लिए नगर के देवी मंदिरों में साफ सफाई व रंग रोगन कर लिया गया है। नवरात्रि महोत्सव के लिए सभी देवी मंदिरों में फूलों व नगर की सडक़ों को बिजली झालरों से आकर्षक सजाया जा रहा है। इसकी तरह मूर्तिकार मां की मूर्ति को आकार देने में जुटे हैं। 3 से 12 अक्टूबर तक चलने वाले नवरात्रि उत्सव के लिए सभी देवी मंदिरों में मनोकामना ज्योति कलश प्रज्वलित होगा। इसके प्रज्वलन के लिए मंदिर प्रबंधन के द्वारा रसीद काटने का काम अंतिम चरण में है। वहीं देवी मंदिरों सहित नगर व आसपास के गांवों में छोटे-बड़े पंडाल बनाए जा रहे हैं। दुर्गा पूजा उत्सव समितियों द्वारा आकर्षक पंडाल बनाया जा रहा है।
मंदिरों में जगमगाएंगे ज्योति कलश
शक्ति उपासना का पर्व शारदीय नवरात्रि गुरुवार 3 अक्टूबर से हो प्रारंभ हो रहा है। इसके साथ ही देवी मंदिरों में आस्था के दीप जगमगाएंगे। इस पर्व को लेकर देवी मंदिरों में तैयारियां प्रारंभ हो गई है। मंदिरों का रंग रोगन किया जा रहा है। ज्योति कलश कक्ष को भी तैयार किया जा रहा है। इसके अलावा जगह-जगह आकर्षक पंडालों में भी दुर्गा की प्रतिमा स्थापित करने की तैयारी है। नवरात्र पर्व को लेकर जिले में आम जनता में काफी उत्साह देखा जा रहा है।शारदीय नवरात्रि में मां शक्ति के 9 स्वरूपों की पूजा होती है। श्रद्धालु बड़ी संख्या में मनोकामना दीप प्रज्जवलित करते हैं, जिसके लिए समिति के लोग रसीद काटने में जुट गए हैं। भक्त तेल ज्योति एवं घृत ज्योति के लिए भक्त रसीद कटवा रहे यहां भक्त हैं। नवरात्रि में पूरे नौ दिनों तक अंचल में माहौल भक्तिपूर्ण रहेगा।