मड़वारानी मंदिर बरपाली में 155 ज्योति कलश प्रज्ज्वलित
सुखदेव केवर्त
बरपाली। मड़वारानी मंदिर बरपाली में 155 ज्योति कलश स्थापना के साथ पर्व की शुरुआत की गई। पर्वतवासिनी शक्ति अनुष्ठान केंद्र देवी मंदिर का क्षेत्र भर में विशेष महत्व है। मनोकामना के दीप प्रज्ज्वलन के साथ श्रद्धालुओं की भीड़ देवी दर्शन के लिए बढऩे लगी है। विजयादशमी तक चलने वाले उत्सव में मेला जैसा वातावरण मंदिर परिसरों में बना हुआ है।
मान्यता है कि क्षेत्र का सबसे पुराना मड़वारानी का मंदिर बरपाली में स्थित है। मड़वारानी मंदिर विशेष तौर पर जवारा कलश के लिए माना जाता है। इस वर्ष मड़वारानी बरपाली मंदिर में 155 ज्योति कलश स्थापित किये गए हैं। पर्व की शुरुआत से मनोकामना की ज्योति कलश के साथ मंदिर में जौ की बुआई भी की गई है। जसगीत व देवी भजन से पर्वतीय क्षेत्र का वातावरण भक्तिमय हो गया है। वहीं पहाड़ ऊपर मड़वारानी मंदिर में मनोकामना दीप के साथ जौ की बुआई सोमवार से किया जाएगा। जहां लाखों श्रद्धालु आस्था का केंद्र देवी मंदिर में आगामी त्रयोदशी तक पूजा अर्चना करेंगे। पहाड़ ऊपर मंदिर तक पहुंचने के मार्ग को सुगम बनाया गया है। पहाड़ के ऊपर तक वाहन से पहुंचा जा सकता है। पर्व में बढऩे वाली भीड़ को देखते हुए आगामी त्रयोदशी तक वाहनों का ऊपर ले जाना वर्जित कर दिया गया है। मंदिर परिसर में सुरक्षा के लिहाज से व्यापक इंतजाम किया गया है। दूरदराज से पहुंचने वाले श्रद्धालु भक्तों के विश्राम व पेयजल की व्यवस्था की गई है। प्रतिवर्ष दर्शनार्थी श्रद्धालुओं की भीड़ लगातार बढ़ रही है।