राखड उड़ने से वैवाहिक कार्यक्रम का खाना हुआ खराब, क्षतिपूर्ति राशि कि मांग

छुरीकला। नगर के समीप ग्राम डिडोलभांठा पड़रीपानी के करीब सीएसईबी (पश्चिम ) में बनाए गये राखड बांध से हवा के साथ राखड उडकर ग्रामीण के घरों तक पहुंचने पर गुरुवार को विवाह मे बनाए गये खादय भोजन राखड युक्त हो गया। जिससे सारे भोजन को फेंकना पडा। लड़की के विवाह हो रहे घर के परिवार वालो को काफी हानि हुई । जिसके उचित क्षतिपूर्ति राशि देने की मांग को लेकर ग्रामीण महिला राखड बांध पहुंच कर आंदोलन मे बैठ गए । ग्रामीण जनों का कहना है राखड बांध बनाए जाने के बाद उड रहे राखड के रोकथाम को लेकर सीएसईबी प्रबंधन द्वारा कोई ठोस कदम नहीं उठाए जाते है।

हल्की से हवा चलने पर राखड ग्रामों के घरों मे घुसने लगते है। जिससे घरों मे रखे सामान कपडा, कुर्सी, टेबल पर राखड के परत जमे होने से सामाग्री गंदा हो रहे है। खादय भोजन मे राखड गीरने से फेंकना पड रहा है। आगे बताया कि गुरुवार को ग्राम के रामेश्वर सिंह की पुत्री का वैवाहिक कार्यक्रम चल रहा था। जहां मेहमानों के लिए खादय भोजन बनाए गये थे। जिसमें राखड पडने से सारे भोजन को फेंका गया। जिससे रामेश्वर सिंह को काफी नुकसान हुआ। जिसकी भरपाई के लिए ग्राम के महिला व पुरुष राखड बांध मे सीएसईबी प्रबंधन के खिलाफ आंदोलन किये जाने पर प्रबंधन ने दो हजार क्षतिपूर्ति राशि दिया जा रहा था। जिसे लेने से इंकार करते हुवे 3 हजार रूपये प्रति राशनकार्ड एवं साबुन, गुड व राखड बांध मे पानी छिडकाव किये जाने की मांग उपस्थित सीएसईबी प्रबंधन श्री ध्रुव ,चंद्रा साहू, विककी सूर्यवंशम के समक्ष मांग रखा गया। ग्रामीणों के मांग को उच्च अधिकारी के समक्ष बात रखने की बात कहा गया।

इस दौरान ग्राम के महिला पुरुष नरेन्द्र दास बुधवार सिंह, सुनिल, शिवपाल सिंह, प्यारे विश्वकर्मा, रामनारायण, रामेश्वर सिंह, रामदयाल, दुर्गेश गौटिया, केशर सिंह, हेमराज कंवर, अरविंद सिंह, धनुज कंवर, इंजोरा बाई मंहत, भगवती कंवर, बंसती कंवर, शयामबाई विश्वकर्मा, पुनीता कंवर, गौतम बाई कंवर, जयमंत्री कंवर, सुनीति कंवर, गीता मंहत, सीता मंहत, शांति कंवर, फूलकुवंर कंवर, चंद्रीका कंवर, गोंदा बाई कंवर सहित क्षेत्र के प्रभावित महिला पुरुष काफी संख्या मे उपस्थित रहे ।
