November 22, 2024

लाठी-गोली चलाकर भाजपा को भगाने वाले उइके अब कांग्रेस पर साध रहे निशाना

न्यूज एक्शन। प्रदेश कांग्रेस कार्यकारी अध्यक्ष रहे एवं पाली तानाखार विधायक ने कुछ माह पहले भाजपा के खिलाफ जमकर जुबानी हमला बोला था। यहां तक कि लाठी-गोली चलाकर भाजपा को छत्तीसगढ़ से भगाने की बात राम दयाल उइके खुले मंच से कर रहे थे। अब उसी भाजपा की तारीफ कर रामदयाल उइके कांग्रेस के शीर्ष नेताओं पर जुबानी हमला बोल रहे है। उइके के इस बदले सुर की राजनीतिक गलियारे में जमकर चर्चा है।
भाजपा में शामिल होकर सियासत का नया समीकरण पैदा करने वाले कांग्रेस के पूर्व कार्यकारी अध्यक्ष एवं पाली तानाखार विधायक रामदयाल उइके ने रविवार को कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व पर जमकर निशाना साधा। कांग्रेस से अलग होते ही उइके के सुर कट्टर भाजपाई की भांति कांग्रेस विरोधी हो चुके हैं। कल तक जो अपने थे आज जैसे ही पराए हुए वे सब उइके के निशाने पर आ चुके हैं। राजधानी रायपुर में दिए गए उनके बयान से ऊर्जाधानी कोरबा की सिसायत भी गरमा गई है।
प्रदेश कांग्रेस के टाप लीडर्स पर आरोप लगाते हुए उइके ने कहा कि कांग्रेस पार्टी से वो तंग आ गये थे। रायपुर के एक प्रेस कॉन्फें्रस में रामदयाल उइके ने कहा कि पीसीसी चीफ भूपेश बघेल जिस तरह की राजनीति करते हैं वो सम्मानीय नहीं है। एक राजनेता का काम जनता का हित करना होता है, ना कि सीडी बनाने का काम करना। उईके ने कहा, उन्होंने कई बार सीडी मामले में अपनी बातें कही, तो उलटे उन पर शकुनी होने का आरोप लगा दिया गया।
उन्होंने कहा कि वे कांग्रेस पार्टी से त्रस्त हो चुके थे। उइके ने कहा कि चरणदास महंत, जयसिंह अग्रवाल और भूपेश बघेल उन्हें परेशान किया करते थे। बोलते थे, इसे मरवाही भेजो और यहां हीरा सिंह मरकाम को लड़ाओ, मैं 36 हजार वोट से पाली तानाखार में जीता और गोंडवाना की एक सीट के लिए मुझे मरवाही भेज रहे थे। ताकि मैं ये जोगी जी से लड़े और एक आदिवासी नेता खत्म हो जाये, इसकी मानसिकता हमेशा आदिवासी के खिलाफ रही है। उन्होंने भूपेश बघेल पर आरोप लगाया कि वो हमेशा कार्यकर्ताओं को डैमेज करते हैं और उनके साथ अभद्र व्यवहार करते हैं। उन्होंने कांगे्रस के शीर्ष नेताओं के खिलाफ बयान देकर राजनीति गरमा दी है। पाली तानाखार सहित जिले के तीन अन्य विधानसभा सीटों पर उइके के इस बयान का इफेक्ट तो नजर आएगा, लेकिन उइके के बयानों को लेकर राजनीतिक पंडित तरह-तरह की बाते कर रहे हैं। अब उन्हें रामदयाल उइके के भाजपा विरोधी पुराने बयान याद आ रहे है। जिस तरह से कांग्रेसी रहते हुए रामदयाल उइके ने भाजपा पर आरोप लगाया था और चुनाव के दौरान शराब बांटे जाने पर भाजपाईयों को लाठी, डंडे से सबक सिखाने की बात कही थी। इसके अलावा लाठी गोली चलाकर भाजपा को छत्तीसगढ़ से भगाने का उग्र बयान भी दिया था। इसके बाद वे सुर्खियों में आ गए थे। इस दौरान कांग्रेस के हर संकल्प शिविरों में उइके ने भाजपा के खिलाफ उग्र बयानबाजी की थी। अब कांग्रेस छोडऩे के बाद भाजपा की अच्छाईयां उन्हें नजर आने लगी है। शायद वे कांग्रेस छोडऩे के 24 घंटे के भीतर ही उनके द्वारा भाजपा पर लगाए गए आरोप भूल गए है। कल तक वे भाजपा को आदिवासी विरोधी पार्टी बताते थे। भाजपा सरकार पर आदिवासियों के शोषण का आरोप लगा रहे थे। आज अचानक उनके सुर बदल जान से सिसायत गरमाना लाजिमी है।
रामदयाल उइके के पुराने बयान का विडियो

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