September 20, 2024

डा.खूबचंद बघेल कृषक रत्न पुरस्कार में शामिल होगा अंजना राठिया के प्रकाश प्रपंच

कोरबा 20 अक्टूबर। राज्य सरकार की ओर से दी जाने वाली डाण्खूबचंद बघेल कृषक रत्न प्रोत्साहन पुरस्कार योजना में जिला कृषि विभाग ने अंजना राठिया के प्रयोग प्रकाश प्रपंच को रायपुर भेजने के लिए चिन्हांकित किया है। प्रकाश प्रपंच माहो कीट से मुक्ति दिलाने का एक ऐसा माध्यम है, जिसमें खेत के पास बिजली अथवा लालटेल जलाकर तेल से भीगा पालिथीन को चांडी के नीचे लटका दिया जाता हैं। लालटेन अथवा बिजली की रोशनी में माहो आते हैं और तेल से भीग पालिथीन में फंस जाते हैं और फसल कीट से सुरक्षित रहता है।

यह प्रयोग दादर खुर्द की अंजनी राठिया पिछले दो साल से करती आ रही हैं। राठिया का कहना है माहो भगाने में प्रति हेक्टेयर दवा छिड़काव के लिए दो से ढाई हजार रूपये खर्च हो जाता था। कीट नाशक दवा के उपयोग से बचने के लिए प्रकाश प्रपंच बेहतर साबित हो रहा है। अंजनी के इस युक्ति को आसपास के किसान भी उपयोग में ला रहे हैं। इस युक्ति का अधिक से अधिक किसान उपयोग कर सकें इसके लिए जिला कृषि विभाग की ओर से पहल की जा रही। क्षेत्र के कृषि विस्तार अधिकारी संजय पटेल ने बताया कि यह परम्परागत युक्ति हैए लेकिन लोग इसे अमल में नही ला रहे थे। कृषक अंजनी राठिया ने इसे फिर से उपयोग में लाने के लिए किसानों को प्रेरित किया है। सही मायने में यह कम लागत में माहो कीट से फसल को मुक्ति दिलाने की बेहतर उपाय है। राज्य सरकार की ओर से प्रतिवर्ष डा.खूबचंद बघेल कृषक रत्न पुरस्कार में इसे शामिल किया जाएगा। पुरस्कार प्रदान करने के लिए राज्य सरकार ने किसानों के नवाचार प्रयोगों के फोटोग्राफ और कार्यविधि सहित आवेदन आमंत्रित किया है। यह युक्ति कृषक रत्न के लिए चयनित होने पर कृषक को दो लाख नकद और प्रशस्ति पत्र दिया जाएगा।

पिछले तीन दिनों से थम-थम कर हो रही बारिश से माहो कीट का विस्तार हो रहा। करतला और कोरबा विकासखंड में इसका सर्वाधिक असर देखा जा रहा है। समय रहते निदान नहीं होने के कारण 12 एकड़ से अधिक फसल करतला ब्लाक में नुकसान हो चुका है। कृषि विज्ञान केंद्र के कीट रोग विशेषज्ञ महिपाल उर्रे ने बताया कि माहो कीट फंगस से उत्पन्न होता है। इन दिनों हो रही बारिश कीट विस्तार के लिए सहयोगी साबित हो रहा। कीट को नष्ट करने के लिए प्रकाश प्रपंच बेहतर युक्ति है। रासायनिक दवाओं के खर्च के अलावा वातावरण और जमीन पर पड़ने वाली असर से निजात दिलाने में प्रकाश प्रपंच कारगर है। बाजार में नकली दवाएं भी बिक रही हैं ऐसे में छिड़काव के बाद भी असरकारी नहीं होना किसानों के लिए समस्या है। बहरहाल कृषि विस्तार अधिकारी संजय पटेल का कहना है कि आसान युक्ति होने के साथ कीट नाशक दवा छिड़काव के दौरान किसानों के स्वास्थ होने वाली विपरीत असर से मुक्ति मिलेगी।

Spread the word