गूगल मीटः लक्ष्य हासिल करने निरंतर प्रयास एवं अभ्यास करते रहना चाहिए
कोरबा 16 जनवरी। शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय उतरदा के व्याख्याता राकेश टंडन ने गूगल मीट के माध्यम से जिला के कक्षा बारहवीं व दसवीं के छात्र. छात्राओं को बोर्ड परीक्षा की तैयारी करने व अच्छे अंक हासिल करने के लिए प्रेरित किया।
कार्यशाला में संस्था के प्राचार्य जीपी लहरे, पीपी अंचल, पटवर्धन खांडे, अनुज कुमार जांगड़े, शासकीय स्कूल उड़ता से व्याख्याता राजेश नवरंग अन्य शिक्षक- शिक्षिकाओं व छात्र- छात्राओं ने भाग लिया। कार्यशाला में कक्षा 12 वीं के 90 व कक्षा 10 वीं के 70 विद्यार्थी शामिल हुए। व्याख्याता राकेश टंडन ने शासकीय विद्यालय के विद्यार्थी किन कारणों से शिक्षा के क्षेत्र में पीछे रह जाते हैं, इसकी जानकारी देते हुए कहा कि सबसे पहले अपना लक्ष्य निर्धारित कर उसको हासिल करने के लिए समय प्रबंधन करते हुए तैयारी करना चाहिए। जिन विषयों को हम भूल जाते हैं, उनको बार.बार लिख कर अभ्यास करना चाहिए। साथ ही उसकी मिलान अपने नोटबुक और पुस्तकों से करनी चाहिए। कठिन चैप्टर की तैयारी करने के लिए शिक्षकों के सहयोग से उस विषय का बार-बार अध्ययन करना चाहिए। जो पाठ आज पढ़ चुके हैं उसको पुनः कुछ दिन बाद पुनरावृति करें तथा अभ्यास करके देखें। परीक्षा के भय पर चर्चा करते हुए उन्होंने बताया कि यदि हम समय रहते अच्छे से तैयारी करें तथा परीक्षा के पैटर्न के आधार पर बार.बार लिखित अभ्यास करें, तो निश्चित ही हमारे अंदर से परीक्षा का भय समाप्त हो जाएगा। उन्होंने कहा कि किसी प्रकार के प्रलोभन या दबाव में आकर अपना पढ़ाई लिखाई नहीं करना है। साथ ही पर्याप्त मात्रा में नींद लेने की तथा व्यायाम एवं मनोरंजन के लिए कुछ समय देने की आवश्यकता होगी। लगातार पढ़ाई करने के बाद 5.10 मिनट के लिए ब्रेक लेना चाहिए।
कोरोना काल में हम गूगल मीट के माध्यम से अपने शिक्षकों व अपने दोस्तों से समूह चर्चा के माध्यम से भी अध्ययन कर सकते हैं। अध्ययन करते वक्त अच्छी रोशनी, शोरगुल रहित तथा जहां शुद्ध और ताजा हवा आ सके ऐसे जगह में रहकर पढ़ाई करने की कोशिश करना चाहिए तथा कुर्सी या जमीन में बैठकर पढ़ना चाहिए। प्रश्न पत्र को हल करते समय हमेशा आपको यह ध्यान देना होगा कि सबसे पहले हमको सभी प्रश्नों को अच्छे से पढ़ना है तथा प्राथमिकता क्रम में जिन प्रश्नों के उत्तर अच्छे से दे सकते हैं, उनको पहले हल करना है। कठिन प्रश्नों को बाद में हल करना है। प्रश्नों का उत्तर लिखते समय भी ध्यान देना है कि प्रश्न की शब्द सीमा तथा अंक कितने हैं। उसके आधार पर ही हमको उत्तर भी लिखने होंगे। डाइट के व्याख्याता गौरव शर्मा ने बताया कि हमको सफलता हासिल करने के लिए निरंतर प्रयास एवं अभ्यास करते रहना चाहिए। प्राचार्य जीपी लहरे ने कहा कि हमेशा साकारात्मक सोच के साथ आगे बढ़ते रहना है।