डस्ट फैलाने वाले औद्योगिक संस्थान नागरिकों को मुआवजा दे : सिन्हा
कोरबा 22 मार्च। कोरबा में तेजी से बढ़ रहे डस्ट-धूल के कारण आम नागरिकों के स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ रहा है इसलिए डस्ट फैलाने वाले संबंधित संस्थानों द्वारा आम नागरिकों को मुआवजा राशि दिया जाना चाहिए। सामाजिक कार्यकर्ता विनोद सिन्हा ने कलेक्टर से यह मांग की है।
उन्होंने बताया कि पूरे कोरबा जिला में ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में जहां कोयले की खदान, गिट्टी, पत्थर की खदानें तथा विद्युत संयंत्र संस्थानों में चिमनी के माध्यम से डस्ट का फैलाव हर क्षेत्रों में हो गया है इसके साथ ही साथ नए सड़क निर्माण पर भी धूल उड़ रही है जो स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है। इससे आम नागरिक अनेक रोगों से ग्रसित हो रहे हैं। उदाहरण के तौर पर विशेष रुप से आंख खराब होना तथा डस्ट मुंह और नाक के माध्यम से अंदर चला जाता है इससे अस्थमा श्वास रोग तेजी से फैल रही है। सिन्हा ने बताया कि आम नागरिकों की स्वास्थ्य रक्षा करना प्रशासन की महती जिम्मेदारी है इसलिए डस्ट फैलाने वाले संबंधित औद्योगिक संस्थानों तथा नियंत्रित करने वाले पर्यावरण सहित अन्य विभागों पर भी तत्काल कार्रवाई हो। साथ ही साथ आंख और अस्थमा रोग तेजी से फैल रही है इसके लिए संबंधित संस्थानों द्वारा नागरिकों को एक निर्धारित मुआवजा दिलाई जाए जिससे संबंधित औद्योगिक संस्थानों तथा नियंत्रित करने वाले विभागों को सबक मिल सके।