October 6, 2024

कमीशनखोरी की भेंट चढ़ रहा पीएमजीएसवाई सड़क मरम्मत कार्य

0 गिट्टी-डामर का लेप लगाकर किया जा रहा लाफा-रतखंडी मार्ग का सुधार
0 ग्रामीण करेंगे कलेक्टर से शिकायत
कोरबा (पाली)।
सरकार की महत्वाकांक्षी योजना प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत निर्मित सड़कों के मरम्मत कार्य में भारी कमीशन के कारण गिट्टी-डामर का लेप चढ़ रहा है। इस योजना के तहत वर्षों पूर्व बनाई गई सड़कें जर्जर हो जाने के कारण वर्तमान में मरम्मत का कार्य चल रहा है जो अनियमितता की भेंट चढ़ रही है। ग्रामीणों ने इसका विरोध जताते हुए इसकी शिकायत कलेक्टर से करने का निर्णय लिया है।

उल्लेखनीय है कि लगभग पीएमजीएसवाई के तहत पाली से लाफा-जेमरा होते हुए रतखण्डी मार्ग का निर्माण 15 वर्ष पूर्व किया गया था। वर्तमान में यह मार्ग काफी जर्जर हो जाने के कारण लाफा से रतखण्डी तक 35 किलोमीटर सड़क का मरम्मत कार्य चल रहा है। भारी-भरकम राशि से स्वीकृत मरम्मत के इस कार्य में कमीशनखोरी के कारण सारे नियम-कायदे को हाशिये पर रख दिया गया है। डामर व गिट्टी का लेप चढ़ाकर कार्य दिखाया जा रहा है। पीएमजीएसवाई में नए सड़कों के निर्माण व पुराने जर्जर सड़कों के मरम्मत के लिए शासन से संबंधित विभाग को करोड़ों रुपये प्रदान किए जाते हैं, लेकिन ठेकेदार और अधिकारी मिलकर सड़क का घटिया निर्माण और पुराने सड़कों का घटिया मरम्मत कर शासन को जमकर चूना लगा रहे हैं। जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में इस योजना के तहत कुछ महीने बने अनेक सड़कों पर दरारें नजर आने की सूचना भी मिल रही है। अधिकारियों तक कैसे सूचना नहीं पहुंच रही यह आश्चर्यजनक है। निर्माण कार्य में शासन की ओर से तय मापदंडों की अनदेखी करते हुए प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना में पक्की सड़कों का घटिया कार्य और मरम्मत बदस्तूर जारी है। लाफा से रतखंडी तक किये जा रहे सड़क मरम्मत के लेप मोटर साइकिल तो दूर महज साइकिल के चलने से उखड़ने लगे हैं।
बता दें कि ग्राम रतखंडी बीहड़ वनांचल एवं पहाड़ी क्षेत्र होने के साथ पाली विकासखंड का अंतिम सीमांत है। इस ग्राम से पेंड्रा-गौरेला-मारवाही जिला की सीमा लगी हुई है। इस मार्ग में हर रोज बड़ी संख्या में लोगों की आवाजाही होती रहती है। ग्रामीणों ने ठेकेदार की मनमानी और गुणवत्ताहीन काम को लेकर विरोध जताया है। जेमरा ग्राम पंचायत के सरपंच भंवर सिंह उइके ने कड़ा विरोध करते हुए कहा है कि घटिया मरम्मत कार्य की जानकारी विभागीय अफसरों को है। इसके बाद भी कार्रवाई करने की बजाय हाथ पर हाथ धरे बैठे हुए हैं। निर्माण एजेंसी को विभागीय अफसरों का संरक्षण मिल रहा है। ठेकेदार अपनी मनमानी से सड़क मरम्मत के घटिया कार्य को खुलेआम अंजाम दे रहा है। उन्होंने इस मामले में ग्रामीणों के साथ मिलकर कलेक्टर से शिकायत करने की ठानी है।

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