October 16, 2024

मां दुर्गा के नवें स्वरूप मां सिद्धिदात्री की हुई विशेष आराधना

0 महानवमीं पर भोज करा दुर्गा स्वरूप कन्याओं का लिया गया आशीर्वाद

कोरबा। महानवमीं तिथि पर मां दुर्गा के नवें स्वरूप मां सिद्धिदात्री की विशेष आराधना के साथ भक्तों ने कुंवारी कन्याओं की पूजा-अर्चना की। भोजन कराया गया। नौ दुर्गा स्वरूप कन्याओं का आशीर्वाद लिया। प्रसाद ग्रहण कर नौ दिनों के व्रत का पारण किया। भोग-भंडारे का आयोजन किया गया। प्रसाद ग्रहण करने भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ी।
शुक्रवार को नवमीं तिथि पर देवी मंदिरों में मां सिद्धिदात्री की आराधना के साथ ही नवरात्रि का समापन हो गया। नौ दिनों तक मां दुर्गा के विभिन्न स्वरूपों की विशेष आराधना के साथ जवारा कलश का विधि-विधान से पूजा-अर्चना की गई। महिलाएं सिर पर जवारा लेकर यात्रा में शामिल हुई। झांझ, मंजीरे एवं मांदर की धुन पर सेवा गीतों के साथ जवारा यात्रा निकाली गई। मां सर्वमंगला मंदिर में जवारा यात्रा का दर्शन कर भक्तों ने आर्शीवाद लिया। मां जगत-जननी से परिवार की सुख, शांति और समृद्धि की कामना की। इस अवसर पर मां आदिशक्ति के जयकारे से गूंज उठा। मां सर्वमंगला मंदिर के समीप हसदेव तट पर जवारा का विसर्जन किया गया। शहरी क्षेत्र के दर्री स्थित मां भवानी मंदिर, चैतुरगढ़ स्थित मां महिषासुर मर्दनी मंदिर, मां कोसगाई, मानित दाई, मनसा देवी, देवपहरी देवी, सीतामणी स्थित मां वैष्णो दरबार आदि देवी मंदिरों से भी जवारा विसर्जन किया गया।
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बाजार में बढ़ी रौनक
नवरात्रि पर्व की धूम के साथ ही बाजार में तेजी आई है। दुकानों में लोगों की चहल-पहल बढ़ गई है। सबसे अधिक भीड़ कपड़ा, मोबाइल, इलेक्ट्रॉनिक्स, ऑटोमोबाइल, सोने-चांदी सहित अन्य बाजार में देखने को मिली। सुबह से दुकानों में चहल-पहल बढ़ रही है। शाम के बाद बाजार में भीड़ बड़ रही हैै। शहरी क्षेत्र के कोसाबाड़ी, घंटाघर, टीपी नगर, पावर हाउस रोड, इतवारी बाजार, कुसमुंडा, गेवरा, दीपका, बांकीमोंगरा, कटघोरा सहित उप नगरीय व ग्रामीण क्षेत्र के बाजार में लोगों की भीड़ रही।


भोग-भंडारा में उमड़े श्रद्धालु
महानवमी पर देवी मंदिर के साथ आरपी नगर फेस वन, टीपी नगर टैगोर उद्यान, पुराना बस स्टैंड, शहीद भगत सिंह कॉलोनी, रविशंकर नगर सहित अन्य पंडालों में भोग-भंडारे का आयोजन किया गया। भंडारे का प्रसाद ग्रहण करने के लिए पंडाल में श्रद्धालुओं तांता लगा रहा
भक्तों ने घरों में कराया कन्या भोज
नवरात्रि के नवमी तिथि को भक्तों द्वारा अपने घरों पर कन्या भोज का आयोजन किया। विधि विधान से पूजा अर्चना के बाद कन्याओं को भोजन कराया और आशीर्वाद प्राप्त किया। नवरात्र की समाप्ति पर माता का रूप माने जाने वाली कन्याओं के लिए श्रद्धालुओं द्वारा कन्या भोज का आयोजन किया जाता है। यह मान्यता है कि नवरात्र के अंतिम दिन माता स्वरूप कन्याओं की पूजा अर्चना कर उन्हें भोजन कराने से भक्तों की मनोकामनाएं पूर्ण होती है। कन्याओं की विशेष पूजा अर्चना की गई। देवी स्वरूप नव कन्या के पैरों को दूध व शुद्ध जल से धोकर, पैरों में महावर, मस्तक पर तिलक लगाकर, चुनरी ओढा़ कर विधि विधान से पूजा अर्चना कर खीर-पूड़ी व अन्य पकवान खिलाकर उपहार भेंटकर आशीर्वाद प्राप्त किया।

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