खुद बीमार है सामुदायिक स्वास्थ केन्द्र पाली, मरीजों का क्या होगा उपचार
ये तस्वीरें सामुदायिक स्वास्थ केन्द्र पाली की हैं। स्वास्थ केन्द्र का भवन बाहर से तो भव्य और सर्व सुविधा सम्पन्न नजर आता है। शासन ने सामुदायिक स्वास्थ केन्द्र के लिए निर्धारित सुविधाएं उपलब्ध करायी है, लेकिन ब्लाक मेडीकल आफिसर डॉ. सी. एल. रात्रे की कार्यप्रणाली के परिणाम स्वरूप इन सुविधाओं का लाभ पात्र हितग्राहियों अर्थात आम नागरिकों को नहीं मिल पाता।
सामुदायिक स्वास्थ केन्द्र में प्रवेश करते ही आपको सर्वत्र गंदगी नजर आयेगी। स्टाफ तो मिलेगा, लेकिन साफ-सफाई के प्रति कोई सजग नजर नहीं आयेगा। गंदगी के बीच ही सब ड्यूटी का खानापूर्ति करते नजर आयेंगे। न तो स्टाफ के कक्ष की और न ही डाक्टर के कक्ष की साफ-सफाई होती। इसी तरह मरीजों के वार्ड और उनके बाथरूम की भी महीनों सफाई नहीं की जाती।
अस्पताल में डाक्टर कब ड्यूटी पर आते हैं और कब लौट जाते हैं, पता ही नहीं चलता। मरीज कम्पाउण्डर और नर्स के जरीये उपचार और दवा हासिल करने के लिए मजबूर होते हैं।
दरअसल बी एम ओ डॉ. सी एल रात्रे अपनी निजी क्लीनिक चलाते है। उनका पूरा समय वहीं बीतता है। स्वास्थ केन्द्र से करीब एक सौ मीटर दूर क्लीनिक में ही वे मिलते हैं, जहां फीस अदा कर लोगों को अपना उपचार कराना पड़ता है। खेद जनक यह भी है कि यहां के जनप्रतिनिधि और जिले के प्रशासनिक अफसर जानकर भी यहां की समस्या से अनजान बने हुए हैं।