ढोलपुर पंचायत में मनरेगा के लाखों रूपयों के गबन की आशंका, आस-पास के पंचायतों में भी तीन साल से मजदूरी का भुगतान है लंबित
कोरबा 23 नवम्बर। जिले के पाली विकास खंड के ढोलपुर ग्राम पंचायत सहित आसपास के पंचायतों में मनरेगा यानि महात्मा गांधी ग्रामीण रोजगार योजना में लाखों रूपयों का भ्रष्टाचार का अंदेशा जाहिर किया जा रहा है। विभिन्न विकास और निर्माण कार्यों के लिए क्रय की गई सामाग्री सहित अनेक कामगारों की मजदूरी का भुगतान तीन-तीन साल से नहीं किया गया है। ग्राम पंचायत ढोलपुर में दो दिन पहले संपन्न ग्राम सभा में ऐसा ही मामला सामने आया।
जानकारी के अनुसार पंचायत में वर्ष 2018-19 में गौ संरक्षण के लिए कोठा (शेड) पक्का फर्श और कोटना का निर्माण मनरेगा मद से कराया गया था। निर्माण कार्य हेतु गेंद सिंह कंवर, सैय्यद कलाम, उमेंदराम, जवाहर कंवर से रेत, गिट्टी, ईंट आदि क्रय किया गया था। इन्हें अब तक इनके बिल का भुगतान नहीं किया गया है। इसी तरह निर्माण कार्य में
जिन मजदूरों ने काम किया था,उनकी मजदूरी का भी अब तक भुगतान नहीं किया गया है। आशंका जताई गयी है कि उक्त निर्माण कार्य की राशि आहरित कर संबंधित लोगों ने हड़प लिया है।
जानकारी के अनुसार ढोलपुर सहित आसपास के ग्राम पंचायतों में तीन वर्ष पूर्व मनरेगा मद से तालाब गहरीकरण का कार्य कराया गया था। क्षेत्र के मजदूर तीन वर्ष से मजदूरी भुगतान के लिए भटक रहे हैं, लेकिन उनकी कहीं कोई सुनवाई नहीं हो रही है। जनपद पंचायत और जिला पंचायत में शिकायत करने के बावजूद कोई परिणाम हासिल नहीं होने से संदेह को रहा है कि संबंधित अधिकारी भी भ्रष्टाचार की गंगा में डुबकी लगा चुके हैं, जिसके कारण मामले को दबाया जा रहा है।