यहां है नईदिल्ली से भी अधिक प्रदूषण, एसई सीएल की कार्यप्रणाली पर खड़ा हुआ सवाल
कोरबा 21 दिसम्बर। एसईसीएल कुसमुंडा और गेवरा एरिया में दिल्ली से अधिक प्रदूषण हैं। नेशनल ट्रस्ट डिवेसन कमेटी की बैठक में यह खुलासा हुआ है। इस खुलासे से कोल इंडिया के अधिकारी हतप्रभ रह गए हैं।
देश के सार्वजनिक उपक्रमों और निजी कंपनियों के द्वारा कोयला उत्पादन और डिस्पैच किया जा रहा है। इन कंपनियों के डस्ट निवारण के लिए कल नेशनल ट्रस्ट डीवेशन कमेटी की वर्तमान मीटिंग हुई। इस मीटिंग में भारतीय मजदूर संघ के वरिष्ठ नेता लक्ष्मण चंद्रा ने एसईसीएल के कुसमुंडा और गेवरा एरिया में डस्ट से होने वाले प्रदूषण का रिपोर्ट कमेटी के समक्ष रखा। इस रिपोर्ट को देखते हुए कोल इंडिया के डॉ विनय दयाल और अन्य कोयला अधिकारियों ने स्वीकार किया कि कुसमुंडा और गेवरा एरिया में दिल्ली से भी अधिक प्रदूषण है।
नागपुर व बिलासपुर टीम ने भी डस्ट से होने वाले प्रदूषण का सर्वे किया है। सर्वे के बारे में कमेटी को अवगत कराया गया। डस्ट से हो रहे प्रदूषण को कम करने के लिए फाग कैनल मशीन का इस्तेमाल करने का निर्णय लिया गया है साथ ही पौधरोपण को बढ़ावा देने पर सहमति बनी है। कमेटी के इस बैठक में कोल इंडिया के सभी सहायक कंपनियों सिंगरेनी टाटा हिंडालको सहित अन्य कंपनियों के अधिकारी उपस्थित थे।