November 7, 2024

भाजपा की डुबती नैय्या को क्या सीएम का मिलेगा सहारा

न्यूज एक्शन। कटघोरा विधानसभा क्षेत्र में भाजपा ने अपने पुराने जीताऊ प्रत्याशी लखनलाल देवांगन पर दांव लगाया है। इस बार भी कटघोरा में कमल खिलाने का जिम्मा लखन लाल देवांगन को सौंपा गया है। मंगलवार को उनके पक्ष में माहौल बनाने सीएम डॉ. रमन सिंह बांकी मोंगरा के गजरा पहुंचे थे। जहां सीएम ने लखनलाल देवांगन के लिए वोट मांगा। मगर सीएम की सभा में भीड़ की अपेक्षाकृत कम मौजूदगी ने विरोधियों को बोलने का मौका दे दिया है। सोमवार को जहां गजरा में जकांछ सुप्रीमों अजीत जोगी ने जंगी आमसभा कर 11 हजार से अधिक भीड़ जुटा दी थी। वहीं गजरा में जोगी के मुकाबले रमन का जादू फीका नजर आया। कहीं यह भाजपा प्रत्याशी लखन के खिलाफ आमजन का आक्रोश तो नहीं । वैसे भी इस बार क्षेत्र में लखनलाल की पकड़ कमजोर बताई जा रही है। जिस तरह से उन्होंने पांच साल सत्ता में रहते हुए भी विकास कार्यो को बेहतर ढग़ से संपादित नहीं किया। उसका साफ गुस्सा जनता में दिख रहा है। क्षेत्र की महिलाओं की माने तो इस बार वे प्रत्याशी के चाल चरित्र व व्यक्तित्व को देखकर अपने मताधिकार का उपयोग करेंगे। महिलाएं जहां शराब बंदी का पुरजोर समर्थन कर रही है। वहीं भूविस्थापित भी अपनी लंबित मांगों को लेकर सरकार के रवैय्ये के प्रति आक्रोशित है। लिहाजा कटघोरा विधानसभा क्षेत्र में पंाच साल के विकास रिकॉर्ड एवं अन्य मुद्दों में लखनलाल देवांगन की स्थिति डावाडोल नजर आ रही है। राजनीतिक पंडितों की मानें तो इस बार कटघोरा सीट पर बड़ा उलटफेर देखने को मिल सकता है। इस बार पहली दफा चुनाव लड़ रहे जकांछ ने कटघोरा से अपना प्रत्याशी गोंविद सिंह राजपूत को चुना है। कांग्रेस ने दिग्गज कांग्रेसी नेता बोधराम कंवर के पुत्र पुरूषोत्तम पर भरोसा जताया है। भाजपा की तरह ही कांग्रेस के पाले में माइनस मार्किंग ज्यादा नजर आ रही है। पिछले कई वर्षो से प्रत्याशी के पिता क्षेत्र के विधायक रहे । वंशवाद की राजनीति के आरोपों के बीच पुत्र को टिकट दिए जाने से पार्टी के भीतर खाने में भीतरघात व अंतरकलह की गूंज सुनाई पड़ रही है। ऐसे में जोगी कांग्रेस कटघोरा में बड़ा उलटफेर कर देे तो हैरानी नहीं होगी।

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