कोरबा-विधानसभा सीट पर रामसिंह अग्रवाल ने मुकाबला बनाया त्रिकोणीय
कोरबा-विधानसभा सीट पर रामसिंह अग्रवाल ने मुकाबला बनाया त्रिकोणीय
कोरबा । कोरबा विधानसभा सीट पर दिलचस्प मुकाबला नजर आ रहा है। प्रचार-प्रसार के मामले में जहां भाजपा-कांग्रेस के सामने जकांछ ने मजबूत चुनौती पेश कर दी है। वहीं परिणाम पर भी इसका असर पडऩे की प्रबल संभावना दिखाई पड़ रही है। जिस तरह से जकांछ प्रत्याशी रामसिंह अग्रवाल को जनता का समर्थन मिल रहा है। उससे विरोधी खेमे की चिंताए बढ़ी हुई है। पहले रामसिंह अग्रवाल को केवल वोट कटवा के रूप में विरोधी देख रहे थे। लेकिन जैसे ही उनका प्रचार-प्रसार जनसमर्थन में तब्दील होने लगा उसके बाद से विरोधियों ने उन्हें हल्के में लेना छोड़ दिया है। कोरबा जिला की शहर सीट हाई प्रोफाईल सीट कहीं जाती रही है। अब तक के दो विधानसभा चुनावों में इस सीट पर पंजा की पकड़ मजबूत रही है। इस बार भी पंजा को मजबूती देने का जिम्मा पार्टी आला कमान ने अपने दो बार के विधायक रह चुके जयसिंह अग्रवाल को सौंपा है। भाजपा ने कांग्रेस के गढ़ में सेंध लगाने युवा नेता सांसद पुत्र विकास महतो को टिकट दिया है। वहीं अजीत जोगी की पार्टी जकांछ से रामसिंह अग्रवाल पर दांव खेला गया है। इन प्रत्याशियों के अलावा इस सीट पर विभिन्न राजनीतिक दल व निर्दलीय सहित कुल 20 दावेदार चुनावी मैदान में है। लेकिन राजनीति के जानकार भाजपा कांग्रेस के अलावा जकांछ के बीच त्रिकोणीय संघर्ष की उम्मीद कर रहे है। अब तक इस सीट पर कांग्रेस भाजपा के बीच ही मुकाबला होता रहा है। लेकिन इस बार जकांछ की एंट्री ने इस संघर्ष का समीकरण बदल दिया है। वैसे भी जकांछ की पहली सूची में ही कोरबा प्रत्याशी के तौर पर राम सिंह अग्रवाल को घोषित कर दिया गया था। इसके बाद से उनका सघन जनसंपर्क अभियान शुरू हो गया था। इस लिहाज से अन्य दलों के प्रत्याशियों की अपेक्षा रामसिंह को प्रचार-प्रसार व जनसंपर्क का सबसे अधिक मौका मिला है। इस मौके को उन्होंने दोनों हाथों से भुनाया भी है। लिहाजा अब उनकी कड़ी मेहनत व समर्थकों का साथ चुनावी रणभूमि में नजर भी आने लगा है। भले ही इस हाई प्रोफाइल सीट का नतीजा कुछ भी हो लेकिन प्रचार प्रसार के मामले में जकांछ प्रत्याशी रामसिंह अग्रवाल ने विरोधियों की नींद उड़ा दी है।