टी. वी. के श्रीराम यानी एक्टर अरुण गोविल ने भी मुख्यमंत्री ममता को आड़े हाथों लिया
मुम्बई 24 जनवरी। विधानसभा चुनाव के नजदीक आते ही पश्चिम बंगाल में राजनीतिक उठक पठक तेज होती जा रही है। ऐसे में नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 125वीं जयंती पर कोलकाता में आयोजित कार्यक्रम में ‘जय श्री राम’ के नारे लगाने वालों ने देश को नया मुद्दा दे दिया है।
इस मामले को लेकर तणमूल कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी के बीच जुबानी जंग तेज हो गई है। इसी बीच टीवी के राम यानी कि एक्टर अरुण गोविल ने भी मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को जमकर आड़े हाथों लिया।
दुनियाभर में भगवान राम के किरदार के लिए जाने जाने वाले अरुण गोविल ने ट्वीट कर लिखा कि कुछ लोग श्री राम का नाम लेने पर चिड़ते क्यों हैं? श्री राम हर मानव के लिए एक आदर्श हैं, राम का जीवन हर मानव के लिए एक प्रेरणा है। श्री राम नाम से चिढ़ना या विरोध करना सारी मानव जाति का विरोध है।कौन है इस देश की धरती पर जिसने प्रभु श्री राम का नाम ना सुना हो।अरुण गोविल ने हालांकि इस दौरान किसी का नाम नहीं लिया लेकिन उनका इशारा ममता बनर्जी की तरफ ही था।
दरअसल पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शनिवार को नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती मनाने के लिए आयोजित एक कार्यक्रम में तब बोलने से इनकार कर दिया जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में वहां ”जय श्री राम” के नारे लगाए गए। महान स्वतंत्रता सेनानी नेताजी की 125वीं जयंती मनाने के लिए विक्टोरिया मेमोरियल में आयोजित कार्यक्रम में बनर्जी ने अपना भाषण शुरू नहीं किया था। उसी समय तभी भीड़ में शामिल कुछ लोगों द्वारा नारा लगाया गया।
बनर्जी ने कहा कि कि ऐसा ”अपमान” अस्वीकार्य है। उन्होंने कहा कि यह एक सरकारी कार्यक्रम है, कोई राजनीतिक कार्यक्रम नहीं। एक गरिमा होनी चाहिए। किसी को लोगों को आमंत्रित करके अपमानित करना शोभा नहीं देता। मैं नहीं बोलूंगी। जय बंगला, जय हिंद। जय श्री राम के नारे को लेकर ममता बनर्जी का गुस्सा होना लोगों को रास नहीं आया। सोशल मीडिया पर भी उनकी जमकर आलोचना हो रही है।Share on: